सोते समय खर्राटे आना एक आम समस्या है। यह समस्या आपसे ज्यादा दूसरों को आहत करती है। जो व्यक्ति खर्राटे लेता है, उसे शायद ही इसका एहसास होता है, लेकिन स्लीपर की नींद पूरी तरह से खराब हो जाती है। खर्राटे लेने वाला व्यक्ति इस समस्या को सबके सामने स्वीकार करने से हिचकिचाता है और इसे रोकने के उपाय के बारे में किसी से बात नहीं कर पाता है। दरअसल खर्राटे तब आते हैं जब गले की नसें कंपन करने लगती हैं और आवाज करने लगती हैं। इसे अक्सर स्लीप डिसऑर्डर माना जाता है और गंभीर खर्राटे भी एक गंभीर समस्या बन सकते हैं। अगर आप अपने खर्राटों को रोकना चाहते हैं तो आज से ही इसका घरेलू उपचार शुरू कर दें। ये घरेलू नुस्खे आपके बहुत काम आएंगे लेकिन अगर समस्या ज्यादा है तो डॉक्टरी इलाज जरूर कराएं। मुकेश खन्ना: अक्षय कुमार और अजय देवगन शक्तिमान बनने लायक नहीं और शाहरुख़ मेरे विरादरी के नहीं
पेपरमिंट
यदि शुष्क हवा और भीड़भाड़ वाला वातावरण आपके खर्राटों का कारण बन रहा है, तो पेपरमिंट ऑयल की कुछ बूंदों को ह्यूमिडिफायर में मिलाएं और इसे सोने से लगभग आधे घंटे पहले चलाएं। यह आपकी श्वासनली को खोलने में मदद करेगा ताकि आप खर्राटे न ले सकें। इसके अलावा एक गिलास पानी में एक या दो बूंद पुदीने के तेल की मिलाकर सोने से पहले इससे गरारे करें। ऐसा रोजाना तब तक करें जब तक आपको सही परिणाम न मिल जाए।
जतुन तेल
गले में कंपन को कम करने और खर्राटों को रोकने के लिए नियमित रूप से जैतून के तेल का प्रयोग करें। इसके लिए आधा चम्मच जैतून के तेल में थोड़ा सा शहद मिलाएं। रोजाना सोने से पहले इसका सेवन करें। जैतून का तेल सभी श्वसन तंत्र के ऊतकों को शांत करता है। हवा के लिए एक स्पष्ट मार्ग प्रदान करते हुए सूजन को भी कम करता है। यह शरीर की थकान और दर्द को भी कम कर सकता है।
इलायची
इलायची कफ और सर्दी-खांसी को कम करने में मदद करती है। इलायची के सेवन से बंद नाक के मार्ग को खोलने में आसानी होती है। वहीं दूसरी ओर वायुमार्ग के ठीक से खुलने से खर्राटे कम होते हैं। इसके लिए एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच इलायची पाउडर मिलाएं। इसे सोने से 30 मिनट पहले पिएं। अपने खर्राटों को धीरे-धीरे कम करने के लिए ऐसा रोजाना करें।
बिच्छू बूटी
यदि आप किसी विशेष मौसम में खर्राटे लेते हैं, तो यह किसी प्रकार की मौसमी एलर्जी के कारण हो सकता है। इस प्रकार के अस्थायी खर्राटों का इलाज बिच्छू जड़ी बूटी से किया जा सकता है। दरअसल बिच्छू जड़ी बूटी में एंटीहिस्टामाइन गुण होते हैं जो खर्राटों को कम कर सकते हैं। इसके लिए एक कप उबलते पानी में एक चम्मच सूखे बिच्छू के पत्ते डालें। इसे पांच मिनट तक भीगने दें और फिर छान लें। चाय बनाकर सोने से ठीक पहले गर्मागर्म पिएं।
शहद
शहद के इस्तेमाल से सर्दी-खांसी समेत कई समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। शहद गले को चिकनाई देता है, जो खर्राटों को रोकने में मददगार साबित हो सकता है। इसके लिए एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर रोजाना सोने से पहले पिएं। इसके अलावा आप हर्बल टी जैसे कैमोमाइल टी या ग्रीन टी को मीठा करने के लिए शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं। शहद के इस्तेमाल से खर्राटे कम होंगे।