हाथ की इस रेखा से पता चल जाएगा संतान की प्राप्ति, जानिए कितने होंगे बच्चे, और भी रोचक बातें

हस्तरेखा विज्ञान का सबसे अच्छा उपयोग जीवन के अंदर बीमारियों और अप्रत्याशित मामलों की भविष्यवाणी करने के लिए पहले तो इस्तेमाल किया जाता था केवल एक विद्वान हस्तरेखा भी दे ही पड़ती है को सटीक रूप से पेश करने में सक्षम होता था! वही हस्तरेखा विज्ञान में आपको हाथ की रेखाओं के जरिए आपके जीवन की बहुत सारी जानकारी प्राप्त हो जाती है जैसे कि विवाह, कैरियर और संतान!

वही हर नवविवाहित दंपति की भी तमन्ना होती है कि उनको जल्द ही संतान की प्राप्ति हो जाए ऐसे में किसी भी ज्योतिषी से लव यू तुम को पूछा जाना पहला सवाल संतान के बारे में ही होता है तो आपके इन सभी सवालों के जवाब जन्मकुंडली के अतिरिक्त हस्त रेखाओं से भी मिल जाते हैं तो आइए जान लेते हैं कहां होती है हथेली पर संतान रेखा और कैसे संकेत देती है यह रेखा-

हथेली पर कहां होती है यह रेखा

शास्त्र के अनुसार हथेली में कनिष्ठा उंगली के मूल में बुध पर्वत पर ऊपर की ओर स्थित रेखा को संतान रेखा कहा जाता है हालांकि यह रेखा स्पष्ट होनी चाहिए! वही आपके हाथ में जितनी संतान रेखा होगी भविष्य में आपको उतने ही बच्चे होंगे! इतना ही नहीं बल्कि संतान का विचार शुक्र पर्वत पर स्थित रेखाओं से भी किया जाता है! वही हथेली के बाहर की ओर से भीतर की ओर जाने वाली ऑनलाइन विवाह रेखा कहलाती है!

हथेली पर स्थित संतान रेखा संकेत क्या देती है

समुद्र शास्त्र के अनुसार रेखा जितनी सीधी और गहरी होती है वह पुत्र संतान का प्रतीक मानी जाती है वही रेखा जितनी हल्की या बारी हो जाती है तो कन्या संतान की संख्या दिखा देती है! हस्त रेखा विशेषज्ञ की मानी जाए तो संतान रेखाएं साफ स्पष्ट और बिना कटी फटी होनी चाहिए ऐसी रेखा उत्तम संतान का प्रतिनिधित्व करते हैं! वही समुद्र शास्त्र का कहना है कि यदि हथेली में स्थित है संत बन रेखा पर द्वीप चीन होता है तो वह संतान खराब स्वास्थ्य को दर्शाता है! यदि आपकी हथेली में संतान रेखा पर तिल है तो ऐसा होना संतान प्राप्ति में समस्या उत्पन्न होता है वहीं यदि आपकी हथेली में संतान रेखा कटी फटी है तो संतान सुख प्राप्त नहीं हो सकता!

वही समुद्र शास्त्र के अनुसार हथेली में जो संतान रेखा स्थित है वह नीचे से ऊपर जाती है और यदि यह अंत में जाकर दो भागों में बैठ जाते हैं तो संतान को भारी संकट का सामना करना पड़ता है वही विज्ञान के अनुसार यदि संतान रेखा पर लाल तिल है तो जातक की संतान अलग हो सकते हैं इतना ही नहीं बल्कि जिन लोगों का बुध पर्वत उभरा हुआ होता है उनकी चार होते हैं तो वहीं जिन लोगों का शुक्र पर्वत उभरा हुआ होता है उनको एक संतान प्राप्त होती है!

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