प्रशांत किशोर ने एक इंटरव्यू के दौरान नीतीश कुमार, अरविंद केजरीवाल और जगमोहन रेड्डी की सफलता पर पूछे गए सवाल ने कहा कि सिर्फ डाटा को इकट्ठा करके आप सफलता नहीं पा सकते हैं.
साक्षात्कार करने वाले करण थापर ने इंटरव्यू के दौरान प्रशांत किशोर से सवाल पूछा कि आपने कईयों के साथ चुनावी सफलता में बड़ा योगदान दिया है. आपने नीतीश कुमार, अरविंद केजरीवाल, जगमोहन रेड्डी और अमरिंदर सिंह जैसे दिग्गज के साथ काम किया है. उम्मीद है कि आप ममता बनर्जी व एम के स्टालिन के साथ भी भविष्य में काम करेंगे. इन सभी के सफलता का क्या राज है? इस सवाल पर जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा था कि सभी नेताओं को पहले से ही पता रहता है कि उन्हें कहां पर क्या-क्या करना है.
कभी-कभी तो उनमें विश्वास की कमी होती है कि सफल होने के लिए क्या करें और वह इस चुनाव में सफल हो पाएंगे भी या नहीं? कभी-कभी वह आरामदायक चीजों को छोड़ने में सक्षम नहीं हो पाते हैं. आगे उन्होंने कहा कि केवल खुले दिमाग से काम करने और आंकड़ों को इकट्ठा करके आप सफलता नहीं पा सकते हैं.
सफलता पाने के लिए जमीनी स्तर के डाटा की भी काफी जरूरत पड़ती है जिसे समझकर चुनावी रणनीति बनाया जाता है. उन्होंने कहा कि जब मैं डाटा और जमीनी स्तर की जानकारी की बात करता हूं तो इसे सोशल मीडिया के साथ जोड़कर देखने की गलती बिल्कुल भी ना करें.
प्रशांत किशोर के इस जवाब पर करण थापर ने पूछा कि क्या आप कुछ ऐसे सुझाव दे सकते हैं जिनका उन्हें अनुसरण किया जाना बेहद जरूरी होता है. आगे उन्होंने पूछा कि क्या आप यह भी सुझाव देते हैं कि चुनावी पोस्टर कैसे होने चाहिए? इस सवाल का जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने बताया कि हम सब कुछ करते हैं जिसकी जरूरत होती है. जिससे हमें लगता है कि यह में चुनाव जीतने में मदद कर सकती है. हम अपने पूरे दिन को शेड्यूल करते हैं और हमारा हर काम हर चीज को दुरुस्त करना है.