30 दिसंबर यानी कल किसान नेताओं और सरकार के बीच बातचीत होने वाली हैं. इस बातचीत से ठीक पहले देश के गृह मंत्री अमित शाह ने एक विशेष GOM बैठक बुलाई हैं. यह बैठक नार्थ ब्लॉक में चल रही है और इस बैठक में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल के साथ-साथ अन्य मंत्री भी शामिल हैं.
GOM यानी ग्रुप ऑफ़ मिनिस्टर्स की इस बैठक के कई मायने निकाले जा रहें हैं. आपको बता दें की कल दुपहर 2 बजे विज्ञान भवन में किसानों और सरकार के बीच यह बैठक होने जा रही हैं. सोमवार को किसान संगठनों को पत्र लिखकर सरकार ने चर्चा के लिए निमंत्रण भेजा था, पंजाब के सिख किसान संगठनों की मांग है की, यह तीनों बिल सीधे तौर पर रद्द कर दिए जाये.
जबकि दूसरे राज्यों के किसान संगठनों का कहना है की, अगर बिल रद्द हुए तो हम देशभर में आंदोलन शुरू कर देंगे. इसके इलावा किसान नेताओं ने इन बिलों में वायु गुणवत्ता और बिजली से जुड़े मुद्दों को भी उठाया था. सरकार ने इन्ही मुद्दों पर चर्चा करने के लिए कल किसान नेताओं को बुलाया हैं.
भारतीय सरकार द्वारा संयुक्त सचिव विवेक अग्रवाल की तरफ से संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा लिखे पत्र में कहा गया है की, “आपके द्वारा अवगत कराया गया है कि किसान संगठन खुले मन से वार्ता करने के लिए हमेशा तैयार रहे हैं और रहेंगे. भारत सरकार भी साफ नियत तथा खुले मन से प्रासंगिक मुद्दों के तर्कपूर्ण समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है.”
इसी पत्र में साफ़ किया गया था की भारतीय सरकार किसान नेताओं के साथ वार्ता करना चाहती हैं. दूसरी तरफ पंजाब में अब यह प्रदर्शन शांतिप्रिय नहीं रहा, क्योंकि बीजेपी जहां-जहां रैली कर रही हैं वहां-वहां बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहें हैं. पंजाब में लगभग 1500 JIO Towers को नुक्सान पहुँचाया गया हैं. यहाँ तक की अब इन हमलों में पंजाब के गुरुद्वारा कमेटी के मेंबर्स भी चोरी के सामान में शामिल हो चुके हैं.
कल एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें JIO Tower से जनरेटर चोरी करके सिखों ने गुरूद्वारे में दान कर दिया और गुरुद्वारा कमेटी ने उसे स्वीकार भी कर लिया. अब ऐसा भी नहीं है की गुरुद्वारा कमेटी को इस बात का पता नहीं था की यह जनरेटर कहां से आया हैं. जिसका मतलब साफ़ है की पंजाब के गुरुद्वारा कमेटी के मेंबर अपने गुंडों को भेजकर JIO Towers से जनरेटर चोरी करवा रहें हैं.