अनुराग कश्यप हर मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखने के लिए जाने जाते हैं. कई बार उनकी बातें लोगों को बुरा भी लग जाती हैं. अनुराग कश्यप इन दिनों तापसी पन्नू के साथ अपनी अपकमिंग फिल्म दोबारा को लेकर चर्चा में हैं। दर्शक अनुराग को सुनना और उनकी फिल्में देखना पसंद करते हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान फिल्म निर्माता ने हिंदी फिल्मों के काम न करने पर एक अनोखा बयान दिया है, इसे उन्होंने बखूबी समझाया भी है.
अनुराग कश्यप ने इंटरव्यू के दौरान साउथ और हिंदी फिल्मों की तुलना भी की। अनुराग ने कहा कि स्थिति उतनी गंभीर नहीं है, जितनी बताई जा रही है. मीडिया में बन रही कहानी से फिल्ममेकर्स को सिर्फ डर लग रहा है। उन्हें धम काया जा रहा है क्योंकि कुछ लोग इसे खरीदते हैं और अन्य नहीं। बॉलीवुड में हर तरह की फिल्में बन रही हैं और बड़ी फिल्मों को लेकर सिर्फ कयास लगाए जा रहे हैं.
अनुराग कश्यप ने आगे कहा कि लोगों को कैसे पता चलता है कि साउथ की सारी फिल्में चल रही हैं. उन्हें ये भी नहीं पता होगा कि पिछले हफ्ते वहां कौन सी फिल्म रिलीज हुई क्योंकि वहां भी ऐसा ही है. अनुराग कश्यप ने आगे कहा कि लोगों के पास फिल्म देखने के लिए पैसे नहीं हैं. यहां पनीर पर जीएसटी है। जब लोग खाने-पीने की चीजों पर जीएसटी भरते हैं तो इससे लोगों का ध्यान भटकाने का यह बहिष्कार का खेल चल रहा है.
अनुराग कश्यप ने आगे कहा कि लोग हमेशा उन्हीं फिल्मों को देखने जाते हैं, जिनके बारे में उन्हें यकीन होता है कि फिल्म अच्छी है या जिसका वे लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। देश की अर्थव्यवस्था पर बात करते हुए अनुराग कश्यप ने कहा कि आप बॉलीवुड और क्रिकेट की बात करते रहिए और लोगों को पता भी नहीं चलेगा कि देश की असल समस्या क्या है. उन्होंने आगे कहा कि भले ही देश को आजादी मिले 75 साल हो गए हों, लेकिन बॉलीवुड अभी भी आजाद नहीं हुआ है.