शाहरुख खान और काजोल की जोड़ी बॉलीवुड की ब्लॉकबस्टर जोड़ी है। ये जोड़ी जब भी सिल्वर स्क्रीन पर आती है सचमुच माहौल ही बदल जाता है। इन दोनों की कौन सी केमिस्ट्री जितनी अच्छी है उतनी ही गहरी दोस्ती इन दोनों की रील लाइफ में भी है। जी हां शाहरूख खान और काजोल मिश्र के बहुत अच्छे दोस्त हैं और ये दोस्ती पिछले 25 सालों से चली आ रही है लेकिन हैरानी की बात यह है कि काजोल के पति अजय देवगन और शाहरूख खान में जरा भी दोस्ती नहीं है। ऐसी बात नहीं है कि शाहरूख और अजय शुरू से ही दोस्त नहीं थे। एक टाइम पर शाहरूख और अजय वन में अच्छी दोस्ती थी लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि इन दोनों की दोस्ती टूट गए तो दोस्तों आज बोर्ड के अनसुने हिस्से में हम आपको बताएंगे कि कब शाहरूख खान और अजय देवगन एक अच्छे दोस्त हुआ करते थे।
क्यों 30 साल के करियर में इन दोनों एक्टर्स ने साथ में एक शिकन नहीं की और ऐसा क्या हुआ था कि जो लोग दोस्ती पूरी बात है नाइटी नाइट डिवाइस की तब राकेश रोशन अपनी फिल्म करण अर्जुन के लिए मेन लीड एक्टर्स की तलाश थी। करण अर्जुन फिल्म के लिए शाहरूख खान और अजय देवगन को फाइनल कर दिया गया था। स्टोरी के नरेशन के बाद अजय देवगन को फील हुआ कि इस तरह के रोल से वो कुछ ज्यादा ही कर चुके हैं और फिल्मों के अंदर। इसीलिए उन्होंने राकेश रोशन से रिक्वेस्ट किया कि वो शाहरुख खान के साथ अपना रोल रिवर्स करवा ले जाते हैं लेकिन डायरेक्टर राकेश रोशन इस पर राजी नहीं हुए।
इसके बाद शाहरूख खान पर राकेश रोशन ने भी कुछ इशूज होने लगे। फाइनली शाहरुख खान और अजय देवगन टेक्निकल मीटिंग की। इस मीटिंग के बाद इन दोनों ने डिसाइड किया कि हम दोनों मूवी नहीं करेंगे लेकिन उन्होंने मुइवा क्रिएट करने का डिसाइड कर लिया। अजय देवगन ने करण अर्जुन क्विट कर दी लेकिन एक महीने बाद उन्हें पता चला कि शाहरुख खान जिन्होंने अजय देवगन से वादा किया था कि वो भी मूवी छोड़ देंगे उन्होंने ये मूवी नहीं छोड़ी। वो अभी भी इस फिल्म में हैं। यही वो कारण है जिस कारण शाहरुख खान और अजय देवगन जो की तकरीबन 30 सालों से इंडस्ट्री में हैं लेकिन फिर भी ये दोनों में एक साथ किसी भी फिल्म नहीं है। सबसे बड़ी बात काजोल जो कि दोनों के बीच में कॉमन पॉइंट है उनके कारण भी इन दोनों में दोस्ती कभी नहीं हो पाई और ना ही कभी काजोल ने इन दोनों को प्रेशर किया कि दोनों दोस्ती कर लें। 2012 ये वो टाइम था जब दोनों के बीच डिफरेंसेज सभी के बीच सामने आए।
ये टाइम था जब अच्छी नहीं बल्कि मूवी सन ऑफ सरदार रिलीज हो रही थी सेम डे पर शाहरुख खान की फिल्म जब तक है जान रिलीज हुई थी। दोनों ही मूवीज एक दूसरे के बिजनेस पर भारी पड़ी। एक्सपर्ट्स का कहना था कि अगर ये मूवी सेवन डेस्क पर रिलीज होती तो शायद ज्यादा बिजनेस कर पाती। साथ ही अजय ने इल्जाम लगाया कि यशराज ने अपनी पोजिशन पर अपनी पावर का इस्तेमाल करते हुए ज्यादा स्क्रीन्स को खरीद लिया था जिसके कारण उनकी फिल्म सन ऑफ सरदार को ज्यादा स्क्रीन्स नहीं मिल पाई और मूवी सक्सेस तक नहीं पहुंच पाई। इसके बाद एक बार फिर से 2016 में शाहरुख खान और अजय देवगन बॉक्सऑफिस पर आमने सामने आते हैं। ये टाइम था जब शाहरुख खान की फिल्म ऐ दिल है मुश्किल रिलीज होती है और उसी दिन पहले वीकेंड में ही रहती है शिवाय।
दोनों फिल्मों को इस बार भी सेम डे पर रिलीज किया गया। हालांकि दोनों ही मूवी ने बॉक्सऑफिस पर अच्छा परफॉर्मेंस नहीं किया। दोनों में आज भी कोल्ड वॉर कायम है। यही कारण है कि अब तक शाहरूख खान और अजय देवगन ने कोई भी फिल्म एक साथ में नहीं किया। शाहरूख खान और काजोल में अच्छी बॉन्डिंग है और अगर अजय के विचारों से अच्छी दोस्ती होती तो ये तीनों मिलकर बॉलीवुड में एक बहुत अच्छी फिल्म बना सकते थे। बस आपको क्या लगता है क्या दोनों को दोस्ती करनी चाहिए या फिर टाइगर की दोस्ती होती तो हमें कुछ और विषयों पर फिल्में बॉलीवुड के अंदर देखने को जरूर मिलती। शाहरूख और काजोल में अच्छी बॉन्डिंग है पर अगर अजय की विशाल से अच्छी दोस्ती होती तो ये तीनों मिलकर बॉलीवुड में बहुत अच्छी फिल्में बनाकर दे सकते थे तो क्या बुरा लगता। क्या दोनों की दोस्ती कर लेनी चाहिए या आपको लगता है कि अगर इनकी दोस्ती होती तो हमें और भी सुपरहिट फिल्में बॉलीवुड में ज़रूर देखने को मिलती।