आम आदमी पर महंगाई का असर कम नहीं हो रहा है, बढ़ती महंगाई से आम लोगों की परेशानी कम नहीं हो रही है. कुछ दिन पहले जहां नींबू के दाम आसमान छू रहे थे, वहीं अब टमाटर भी अपना लाल रंग दिखा रहा है. टमाटर लोगों की थाली से गायब होता दिख रहा है, मौसम बदलने के बाद टमाटर के दाम में काफी इजाफा हुआ है. 15 दिन पहले टमाटर 25 से 30 रुपये प्रति किलो मिल रहा था, जो अब खुदरा में 60 से 80 रुपये प्रति किलो मिल रहा है। गुरुग्राम की खांडसा मंडी में टमाटर थोक में 35-40 रुपये किलो बिक रहा है.
बेमौसम बारिश और आपूर्ति नहीं होने के कारण शहर में टमाटर के भाव में करीब 140 फीसदी का इजाफा हुआ है. टमाटर की बढ़ती कीमतों को लेकर व्यापारियों ने कहा कि खांडसा मंडी में ट्रक देर से आ रहे थे, जिससे सब्जियों के दामों में अचानक उछाल आया है. जहां खांडसा के थोक बाजार में 24 किलो टमाटर की एक बोरी 1,200 रुपये और दो हफ्ते पहले 24 किलो टमाटर की एक बोरी की कीमत 500 रुपये थी. इतना ही नहीं, घटिया टमाटर, जो ज्यादातर कम बजट के होटलों द्वारा खरीदा जाता है. और सड़क किनारे भोजनालय 35-40 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं।
खांडसा मंडी एसोसिएशन के सचिव नीरज यादव ने कहा कि अचानक हुई बारिश और आपूर्ति नहीं होने से मौजूदा स्थिति गंभीर हो गई है. जहां अन्य राज्यों में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, वहीं भाव पहले ही 100 रुपये को पार कर चुके हैं. मंडी के टमाटर व्यापारी इंदर सिंह ठकरान ने बताया कि विभिन्न कारणों से खुदरा विक्रेता टमाटर को थोक भाव से दोगुने भाव पर बेच रहे हैं. हालांकि सब्जी की कीमतों में अंतर क्षेत्र और बाजार के हिसाब से भी देखा जा सकता है. नूंह के एक सब्जी उत्पादक मोहम्मद इरशाद ने बताया कि पिछले साल मैंने 7-10 रुपये के निवेश के बावजूद टमाटर 3 रुपये प्रति किलो बेचा था। जब टमाटर रिटेल में 20-30 रुपये प्रति किलो बिक रहा था।