भारतीय अरबपति मुकेश अंबानी अब कंज्यूमर गुड्स सेक्टर में विदेशी कंपनियों को टक्कर देने के लिए एक ठोस कार्य योजना पर आगे बढ़ रहे हैं। मुकेश अंबानी अब नेस्ले, यूनिलीवर, पेप्सिको इंक और कोका-कोला जैसी विदेशी कंपनियों को बड़ा झटका देने जा रहे हैं। भारत की सबसे बड़ी रिटेलर रिलायंस अब बहुत जल्द कंज्यूमर गुड्स कंपनी बनने की राह पर है।
इसके लिए रिलायंस दर्जनों छोटे किराना और गैर-खाद्य ब्रांड का अधिग्रहण करने जा रही है। कंपनी अधिग्रहण के लिए कितना निवेश करेगी, इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है, लेकिन रिलायंस का लक्ष्य उपभोक्ता वस्तुओं के कारोबार में 6.5 अरब डॉलर का है। इसके लिए रिलायंस एक नए वर्टिकल रिलायंस रिटेल कंज्यूमर ब्रांड्स को बढ़ावा दे रही है।
Sosyo के साथ बातचीत!
रिलायंस लगभग 30 प्रसिद्ध स्थानीय उपभोक्ता ब्रांडों के साथ बातचीत के अंतिम चरण में है। रिलायंस या तो इन उपक्रमों को पूरी तरह से अपने हाथ में ले लेगा या उनके साथ संयुक्त उद्यम साझेदारी करेगा। रिलायंस किन कंपनियों का अधिग्रहण करने वाली है या किसके साथ ज्वाइंट वेंचर करने जा रही है, इसकी पूरी जानकारी अभी सामने नहीं आई है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रिलायंस ने गुजरात की सॉफ्ट ड्रिंक कंपनी सोस्यो (सोस्यो) के साथ काम किया है। बातचीत चल रही है।
हर घर में होगा रिलायंस का नाम!
रिलायंस रिटेल वर्तमान में देश भर में लगभग 2,000 किराना स्टोर संचालित करता है। रिलायंस का ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ‘जियो मार्ट’ भी तेजी से बढ़ रहा है। अभी जियो मार्ट पर ज्यादातर अन्य कंपनियों के उत्पाद बिक रहे हैं, रिलायंस के खुद के लेबल बहुत कम हैं। अब कंपनी की योजना देश के हर घर में अपने उत्पाद रखने की है। जैसा कि यूनिलीवर अब दावा करता है। यूनिलीवर का दावा है कि 10 में से 9 भारतीय परिवार कंपनी के किसी न किसी उत्पाद का उपयोग करते हैं।
तैयारी पूरी है!
कंपनी की हायरिंग प्रक्रिया रिलायंस के बड़े रिटेल प्लान के बारे में भी बताती है। लिंक्डइन पर उपलब्ध जानकारियों पर नजर डालें तो हाल के दिनों में डैनोन और केलॉग जैसी कंपनियों के कई अधिकारी रिलायंस से जुड़े हैं। वहीं, रिलायंस ने हाल ही में अपने एक जॉब विज्ञापन में कहा है कि उसे 100 शहरों और कस्बों में मिड-लेवल सेल्स मैनेजर्स की जरूरत है, जो आमतौर पर डिस्ट्रीब्यूटर्स और मर्चेंट्स को मैनेज करते हैं। शुरुआत में कंपनी पर्सनल केयर, बेवरेज और चॉकलेट कैटेगरी में अपने ब्रांड लॉन्च कर सकती है।