Congress will disappear in the coming few years: भारत में अगर राजनीतिक पार्टियों (Political Party) में सबसे ज्यादा किसी की स्थिति डांवाडोल है, तो वह है कांग्रेस (Congress). पंजाब सहित कई राज्यों में कांग्रेस आंतरिक लड़ाई से जूझ रही है. पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री पद से कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amrinder Singh) की छुट्टी करने के बाद कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं. कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेता में से एक कपिल सिब्बल जैसे नेता ने यहां तक कह दीया है कि पार्टी में फैसले कौन ले रहा है इसकी किसी को खबर नहीं है.
इन्हीं मुद्दों पर केंद्रित एक इंटरव्यू में पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह (Natwar Singh) ने कहा कि कांग्रेस का जो हाल है उसमें वह विलुप्त हो जाएगी उनका यह भी दावा है कि अगले साल जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं उनमें कहीं भी पार्टी को सफलता नहीं मिलेगी. इस हालात के लिए उन्होंने पार्टी के इस परिवार को पूरी तरह से जिम्मेदार बताया है.
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के करीबी रहे नरसिंह का यह इंटरव्यू दैनिक भास्कर में प्रकाशित हुआ है. नटवर सिंह से जब पंजाब में हुए बदलाव को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इस पर कहा कि जो पंजाब में जो हुआ वो नहीं होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि देश को इस समय एक मजबूत विपक्ष की जरूरत है, लेकिन कॉन्ग्रेस कुछ नहीं कर रही है. राहुल गाँधी पर हमला बोलते हुए कहा कि जिनके पास पार्टी में कोई पद नहीं है, वो फैसला लेते हैं. इससे पार्टी में असंतोष फैलता है और जनता में गलत संदेश जाता है.
वहीं दूसरी ओर उन्होंने प्रियंका गांधी को अपने निशाने पर लेते हुए कहा कि उनका किसी भी तरह से पंजाब की राजनीति में हस्तक्षेप करना सही नहीं था. वह यूपी की प्रभारी है तो पंजाब में दखलअंदाजी नहीं करनी चाहिए थी. उन्होंने बिना नवजोत सिंह सिद्धू के इतिहास को जानने उन्हें पंजाब का अध्यक्ष बना दिया. हालांकि अमरिंदर सिंह ने इसके लिए हाईकमान को मना किया था लेकिन उनकी एक भी बात नहीं सुनी गई. उन्होंने कांग्रेस हाईकमान को ही पार्टी के सत्यानाश का कारण बताया.