Kanpur real estate businessman dies due to police beating: अभी हाल ही में गोरखपुर (Gorakhpur) घूमने आए कानपुर के रियल एस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता सोमवार देर रात पुलिस की पिटाई के कारण मौत हो गई. उन पर आरोप है कि उन्होंने जांच का विरोध किया जिसके कारण पुलिसकर्मियों ने उन्हें बेरहमी से पीटा, उसके साथ उसके दोस्तों को भी पीटा. हालात हाथ से बाहर निकल जाने के बाद पुलिस ने मनीष को एक निजी अस्पताल में दाखिला करवाया जहां उन्हें किसी दूसरी जगह रेफर कर दिया. इसके बाद पुलिस ने उन्हें मेडिकल कॉलेज से अकेले ही भेज दिया जहां डॉक्टरों ने मनीष को मृत घोषित कर दिया.
इस घटना के तुरंत बाद पुलिस ने मामले में रामगढ़ताल थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज किया. इस मामले में निलंबित इंस्पेक्टर जगतनारायण सिंह, चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा और विजय यादव को नामजद किया गया है. तीन अन्य को भी आरोपी बनाया गया है. वहीं, इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने गहरा दुख जताया है. साथ ही पीड़ित परिवार को दस लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का एलान किया है.
पुलिस ने पूरे दिन मनीष और उसके दोस्तों की पिटाई करने से इंकार करती रही पुलिस का कहना था कि जांच के दौरान लड़खड़ा कर गिर जाने से मनीष को चोट लगी जिससे उसकी मौत हो गई लेकिन उनकी पत्नी मीनाक्षी आपसे को मानने को तैयार ही नहीं हादसे की खबर पाकर गोरखपुर पहुंचने आरोप लगाया कि होटल के कमरे में जांच करने पहुंचे पुलिसकर्मियों ने मनीष की बेरहमी से पिटाई की थी, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं थीं. इसी वजह से उनकी मौत हो गई. यह हत्या है और पुलिस कर्मियों पर हत्या का केस दर्ज किया जाना चाहिए. बाद में उन्होंने केस दर्ज करने के लिए तहरीर दी थी. इसके बाद भी जब पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया तो वह परिजनों के साथ धरने पर बैठ गईं और शव ले जाने से इनकार कर दिया. इसके बाद जाकर पुलिस ने मामले में तीन पुलिस कर्मियों को नामजद करते हुए हत्या का केस दर्ज किया.