I have written 12 letters to Narendra Modi: भाजपा से राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यन स्वामी (Subramanyam Swami) अक्सर मोदी सरकार पर निशाना साधते रहते हैं. बीते शनिवार को उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर एक ट्वीट किया और तंज कसा कि घोड़े को पानी तक ले जाया जा सकता है, पिलाया नहीं जा सकता.
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर लिखा, “आजकल मेरे पास दुकानदारों के भी फोन आते हैं कि मैं मोदी (Modi) को सुझाव दूं कि मौजूदा आर्थिक संकट से कैसे बाहर निकला जाए. मैंने उनसे कहा कि घोड़े को पानी तक ले जाया जा सकता है लेकिन उसे पिलाया नहीं जा सकता. अर्थव्यवस्था को कैसे ठीक किया जाए, इस पर मैंने मोदी को 12 पत्र लिखे हैं, लेकिन इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.”
गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर उनके इस ट्वीट पर यूजर्स भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. मनीष एक यूजर ने लिखा, “आपका नंबर दुकानदारों के पास है? और वो आपको सुझाव भी दे रहे हैं?” इसपर स्वामी ने लिखा, “मेरा फोन नंबर भाजपा की वेबसाइट के साथ-साथ राज्यसभा सदस्यों की बुक पर भी है.”
वही एक और यूजर नरेश तिवारी ने लिखा, “बिना किसी वास्तविक जिम्मेदारी के बाहर से सलाह देना आसान है. आपके जैसे बहुत से लोगों का यही काम है.” चेतन नाम के यूजर ने लिखा, “यदि आप घोड़े को पानी के पास ले जा रहे हैं और वह नहीं पी रहा है तो यह स्पष्ट है कि घोड़ा प्यासा नहीं है. तो इसका मतलब है कि आपकी बुद्धि किसी काम की नहीं है. और इसीलिए आपके 12 पत्रों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई और यह अनुमान लगाना आसान है कि वो 12 पत्र अभी कहा पड़े होंगे.”
Nowadays I get phone calls even from shop keepers asking me to suggest to Modi how to get out the current economic mess. I told them a horse can be taken to water but how to make it drink? I have written 12 letters to Modi on how to fix the economy but only acknowledged no action
— Subramanian Swamy (@Swamy39) September 18, 2021
गौरतलब है कि, शुक्रवार को पीएम मोदी के 71वें जन्मदिन के मौके पर स्वामी ने एक पत्र लिखकर उन्हें बधाई दी थी. पीएम मोदी के नाम से लिखी चिट्ठी में उन्होंने कहा, ‘जहां बात राष्ट्र की होगी, मैं हमेशा आपके साथ खड़ा रहूंगा.’
रिपोर्ट के मुताबिक स्वामी ने अपने पत्र में लिखा, ‘आपके जन्मदिन के मौके पर मैं आपके स्वस्थ जीवन और आने वाले सालों में राष्ट्र की सेवा करते रहने की कामना करता हूं. पिछले 21 साल से आप देश की सेवा करते आ रहे हैं. मैं आश्वासन देता हूं कि राष्ट्र के लिए जहां भी जरूरत होगी, मैं आपके साथ खड़ा रहूंगा.’