Indian player who created history in Tokyo Olympics?: आज शुक्रवार के दिन टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic) 2020 भारतीय इतिहास के स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा. और इस इतिहास को लिखने वाले भारत के जेवलिन थ्रोवर नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopda) का नाम हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया. हम आपको बताते चलें कि आज भारत ने ओलंपिक इतिहास में ट्रैक एंड फील्ड स्पर्धा में पहला व्यक्तिगत गोल्ड अपने नाम किया है. इस गोल्ड को अपने नाम करने वाले मात्र 23 वर्षीय खिलाड़ी का नाम नीरज चोपड़ा है.
आइए हम आपको उनके जीवन के बारे में बताते हैं-
नीरज मूल रूप से हरियाणा (Haryana) राज्य के खंडरा के रहने वाले हैं जो पानीपत जिले के नजदीक है. और शुरुआती दौर में उन्होंने अपनी प्रैक्टिस पानीपत में की थी. इनकी लंबाई 5 फीट 10 इंच है और इनका वजन 65 किलोग्राम है. यह अपने गांव के वरिष्ठ जेवलिन थ्रोवर को देखकर इस खेल की तरफ आकर्षित हुए थे. वर्ष 2011-15 तक इन्हें पंचकूला स्थित ताऊ देवी लाल स्टेडियम स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के केंद्र में इस खेल में परिपक्व किया गया.
सबसे पहले इन्होंने 2016 में पोलैंड में आयोजित विश्व अंडर-20 चैंपियनशिप में विश्व जूनियर रिकॉर्ड दर्ज किया. 2016 के दक्षिण एशियाई खेलों मैं भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए 82.23 मीटर तक का भाला फेंक कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया था और देश को यहीं से इनकी प्रतिभा का अंदाजा लग गया था. हालांकि इस प्रदर्शन के बावजूद वह ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में स्थान पाने में विफल रहे थे. नीरज ने 85.23 मीटर का भाला फेंक कर एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2017 में भी स्वर्ण पदक देश के नाम किया था. ऑस्ट्रेलिया में संपन्न हुए 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भी उन्होंने 86.47 मीटर का भाला फेंक स्वर्ण पदक अपने नाम किया था.
हम आपको बताते चलें कि अंजू बॉबी जॉर्ज के बाद किसी भी विश्व चैंपियनशिप स्तर पर स्वर्ण पदक अपने नाम करने वाले नीरज दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं. वह मिल्खा सिंह, कृष्णा पूनिया और विकास गौड़ा के बाद राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने वाले देश के चौथे ट्रैक एंड फील्ड एथलीट बने.
आज टोक्यो ओलंपिक 2020 में 87.58 मीटर दूरी का भाला फेंक कर नीरज ने एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है. गौरतलब है कि इस ओलंपिक में भारत का यह एकमात्र स्वर्ण पदक है. पिछले 1 साल से नीरज गोल्ड जीतने के लिए अपने कोच गैरी कैल्वर्ट के निर्देशन में कड़ी मेहनत कर रहे थे. वह सोशल मीडिया से भी काफी दूरी बनाए हुए थे.