भारत के पड़ोसी राज्य पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के रहीमयार खान के पास स्थित भोंग शहर में कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकियों द्वारा हिंदू भगवान गणेश के मंदिर में तोड़फोड़ की गई है. कट्टरपंथियों ने मंदिर में घुसकर भगवान गणेश और शिव-पार्वती की मूर्तियों को तोड़ दिया और मंदिर में लगे झूमर व घंटों को भी तहस-नहस कर दिया. इस हमले में मंदिर परिसर को भी काफी नुकसान पहुँचाया गया है.
कट्टरपंथियों की इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने संज्ञान लेते हुए पाक उच्चायुक्त को तलब किया और अपना विरोध दर्ज कराया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान में पहले भी कई हिन्दू मंदिरों को निशाना बनाया गया है. एक बार फिर हिन्दू मंदिर पर हुआ हमला बताता है कि पाकिस्तान अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करने में पूरी तरह से असफल रहा है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान में हिन्दू (Hindu) महिलाओं के अपहरण, बलात्कार और उनके धर्मांतरण की खबरें लगातार आती रहती हैं, लेकिन मुल्क की कुल जनसंख्या की मात्र 2.14% हिन्दू आबादी पर होने वाले अत्याचार सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं हैं. पाकिस्तान में हिन्दुओं के व्यापार, घर-संपत्ति और पूजा स्थलों को भी लगातार निशाना बनाया जाता रहा है।
हम आपको यहां यहाँ हम पाकिस्तान के उन प्रमुख मंदिरों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, जो पिछले एक साल में इस्लामिक कट्टरपंथ की भेंट चढ़ गए.
पाकिस्तान (Pakistan) के पंजाब प्रांत में भगवान गणेश के मंदिर में बुधवार को हुए आतंकी हमले के बारे में बताया जा रहा है कि मंदिर में भगवान की मूर्तियों को पत्थर और लकड़ी के लट्ठ से मारकर तोड़ा गया. इसी कड़ी में आगे घटना को अंजाम देने के बाद उन्होंने मंदिर को आग के हवाले भी कर दिया. इस दौरान पाकिस्तान के इस्लामिक कट्टरपंथियों ने इस पूरी घटना को फेसबुक पर लाइव भी किया.
इस्लामाबाद स्थित कृष्ण मंदिर
इस्लामाबाद (Islamabad) में बीते वर्ष जुलाई 2020 में भगवान कृष्ण के निर्माणाधीन मंदिर पर हमला किया गया था. यह इस्लामाबाद का पहला हिन्दू मंदिर था. नगरीय प्रशासन ने पहले इस मंदिर के निर्माण के लिए फंड भी जारी किया था, जो बाद में रोक दिया गया था. वर्तमान में हिन्दू पंचायत द्वारा अपने खर्चे पर मंदिर का निर्माण किया जा रहा है.
हनुमान मंदिर पर किया गया हमला
पिछले साल 2020 में ही अगस्त में सिंध के ल्यारी इलाके में विभाजन के पहले के हनुमान मंदिर को बिल्डर द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था. मंदिर के आसपास रहने वाले 18 परिवारों ने मीडिया को बताया कि वो बचपन से उस मंदिर को देखते आए हैं और वहाँ दर्शन के लिए जाते रहे हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले बिल्डर ने मंदिर को किसी भी तरह का नुकसान न पहुँचाने की बात कही थी, लेकिन बाद में हिंदू समाज को धोखा दे दिया गया.
रावलपिंडी स्थित 100 साल पुराना मंदिरइसी साल मतलब 2021 के मार्च में रावलपिंडी के गैरिसन सिटी में कट्टरपंथियों ने निर्माणाधीन हिन्दू मंदिर में तोड़फोड़ की थी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 12 लोग मंदिर में घुस आए थे और उन्होंने मंदिर के दरवाजों समेत अन्य हिस्सों को नुकसान पहुँचाया था.
इसके अलावा भी कई ऐसे मंदिर तोड़े गए हैं खबरें या तो मीडिया में आ नहीं पाती या उन्हें दबा दिया जाता है. पाकिस्तान में हिंदू पर हो रहे अत्याचार बहुत पुराने हैं और इतिहास गवाह है कि पाकिस्तान सरकार ने कभी इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया.