Kamalpreet made it to the final: टोक्यो ओलंपिक (Olympic) 2020 के 9वे दिन डिस्कस-थ्रो मुकाबले में भारत की कमलप्रीत कौर ने 64 मीटर के थ्रो के साथ क्वालिफिकेशन राउंड में दूसरे स्थान पर आकर महिलाओं के डिस्कस थ्रो स्पर्धा के फाइनल में जगह बना ली है. कमलप्रीत अगर अपना यही प्रदर्शन फाइनल मुकाबले में भी दोहरा दिया तो वह इस स्पर्धा में इस स्पर्धा में मेडल लाने वाली पहली भारतीय बन जाएगी.
क्वालिफिकेशन राउंड में पहले स्थान पर आने वाली अमेरिका की वालारी आलमैन के अलावा सिर्फ भारत की कमलप्रीत ही 64 मीटर या उससे अधिक का थ्रो लगाने वाली अकेली खिलाड़ी थी. कमलप्रीत ने अपने तीसरे प्रयास में 64 मीटर का थ्रो फेका जो क्वालीफिकेशन मार्क भी था.
दोनों पूल से कुल 31 खिलाड़ियों में से 64 मीटर का मार्क पार करने वाले शीर्ष 12 खिलाड़ियों ने ही क्वालीफाई किया है.
भारत की एक अन्य महिला डिस्कस थ्रो खिलाड़ी सीमा पूनिया (Seema Punia) पूल ए में 60.57 के थ्रो के साथ छठे स्थान पर रहीं. आपको बताते चलें कि कि सीमा साल 2014 के एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल विनर थीं. सीमा से टोक्यो ओलंपिक में भी भारत को बहुत उम्मीदें थी.
कमलप्रीत ने पूल बी के मैच में अपने पहले प्रयास में 60.29 मीटर, दूसरे प्रयास में 63.97 मीटर और आखिर प्रयास में 64 मीटर का थ्रो फेंका. उन्होंने मार्च में ही फेडरेशन कप में 65.06 मीटर का थ्रो फेंककर राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा था. कमलप्रीत 65 मीटर का मार्क पार करने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं.
कमलप्रीत कौर मूल रूप से पंजाब राज्य के के श्री मुक्तसर साहिब जिले के बादल गांव की रहने वाली हैं. उन्होंने अपने बयान में खुद कहा है कि वह पढ़ाई में कमजोर थीं, जिसके बाद उनके कोच ने उनसे एक राज्य स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए के लिए कहा था. जहां न उनका प्रदर्शन संतोषजनक रहा था और उन्होंने उस प्रतियोगिता में चौथा स्थान हासिल किया था.
अब कमलप्रीत 2 अगस्त को होने वाले फाइनल मुकाबले में मेडल के लिए अपनी दावेदारी पेश करेंगी. इन्होंने डिस्कस थ्रो में अपने शानदार प्रदर्शन से देश की मेडल की आस जगा दी है .