दुनिया भर में अपने लोकोपकारक प्रवृत्ति और उद्योग के क्षेत्र में बहुत बड़ा नाम कमाने वाले रतन टाटा को कौन नहीं जानता. 83 वर्षीय रतन टाटा जिनका संबंध टाटा परिवार से है और टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा जी के दत्तक पोते हैं एवं नवल टाटा के बेटे हैं उनकी निजी जिंदगी काफी रोचक रही है. रतन टाटा (Ratan Tata) अविवाहित तो है परंतु उन्हें अपने जीवन काल में चार बार प्रेम हुआ है, चार बार प्रेम होने के बावजूद एक विश्व प्रसिद्ध उद्योगपति कुंवारा क्यों है यह सवाल काफी रोचक मालूम होता है. गौरतलब हो कि सन 2000 में भारत सरकार ने व्यापार एवं उद्योग के क्षेत्र में श्री टाटा को पद्म विभूषण से सम्मानित भी किया था.
अपनी प्रेम कहानी को साझा करते हुए श्री टाटा ने बीते कुछ वर्ष पहले बड़ौदा मैनेजमेंट एसोसिएशन के एक कार्यक्रम में कहा कि उन्हें जिंदगी में प्यार तो 4 बार हुआ परंतु हालातों की वजह से उनकी शादी नहीं हो पाई. साझा करने के साथ उन्होंने यह भी कहा की शादी नहीं होना उनके लिए अच्छा ही साबित हुआ क्योंकि शादी होने के पश्चात शायद हालात उनके अनुकूल नहीं रह जाते.
भारतीय मूल के महान उद्योगपति को उनके अमेरिका प्रवास के वक्त एक अमेरिकी लड़की से भी प्यार हुआ था. जब वह भारत लौटे उनकी प्रेमिका वहीं रह गई और प्रेम में गंभीर होने के बावजूद श्री टाटा की शादी उनसे नहीं हो पाई.
रतन टाटा की एक साक्षात्कार के मुताबिक सेवानिवृत्ति के बाद किताबें पढ़ने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. श्री टाटा को सफलता की कहानियां पढ़ने में मजा आता है और वह कुत्ते पालने के शौकीन हैं. उनके सोशल मीडिया की तस्वीरों से यह पता चलता है कि वह पालतू कुत्तों के काफी करीब है.
नवीनता के इस दौर में रतन टाटा की सोशल मीडिया पर सक्रियता काबिले तारीफ है और वह अपने चाहने वालों से रूबरू होते रहते हैं. बीते दिनों एक प्रशंसक ने एक सवाल कुछ यूं किया कि, ‘अगर आप टाटा समूह के प्रमुख नहीं होते तो फिर क्या होते ? हेलोजवाब में उन्होंने कहा था कि, ‘शायद मैं एक सफल आर्किटेक्ट बनने की कोशिश करता’.