गुरुवार को आगरा में समाजवादी पार्टी के जुलूस में पाकिस्तान समर्थन के नारे लगे थे. इन पाकिस्तान समर्थित नारेबाजी करने वालों पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है. मामले में थाना नाई की मंडी में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इनमें नामजद पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अन्य आरोपियों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं.
गौरतलब है कि गुरुवार को सुबह करीब 10.30 बजे सपा महानगर अध्यक्ष वाजिद निसार के नेतृत्व में सपा कार्यकर्ताओं ने महंगाई के विरोध में जुलूस निकाला था. ये लोग पैदल मार्च करते हुए ज्ञापन देने के लिए सदर तहसील जा रहे थे. रास्ते में जुलूस में शामिल हुए एक युवक ने पहले अखिलेश यादव जिंदाबाद और फिर पाकिस्तान समर्थित नारे लगाए.
इस नारेबाजी का 38 सेकंड का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसके बाद हिंदू संगठनों ने रोष व्यक्त किया है. हिंदू जागरण मंच के डॉक्टर सुरेश और अमित चौधरी ने प्रदेश के डीजीपी से जुलूस में शामिल लोगों के विरुद्ध एफआइआर कराने की मांग की है. इसके बाद देर रात को इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है.
गौरतलब है कि महंगाई के विरोध में निकाले गए जुलूस में पाक समर्थित नारेबाजी होने पर सपा अपना बचाव करने में जुटी है. सपा महानगर अध्यक्ष वाजिद निसार ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम नारे किसने लगाए. सपा देशद्रोह का कभी समर्थन नहीं करती. यह हमारे आंदोलन को भटकाने और बदनाम करने की साजिश है.
ध्यान देने वाली बात यह है कि इस नारेबाजी से सियासी माहौल गरमा चुका है. कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस नारेबाजी से सपा के कई वोटर कट सकते हैं और सपा को आने वाले चुनाव में भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है. इस नारेबाजी से आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को काफी मदद मिल सकती है और कई वोटर उसकी तरफ झुक सकते हैं.