पुलिस महानिदेशक ने शिकायत करते हुए कहा कि कई युवा आतंकी संगठनों में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि केरल में आतंकियों ने अपने संगठनों में भर्ती के लिए जमीन तैयार कर ली है उन्होंने कहा कि कट्टरपंथ केरल में एक बड़ी समस्या है और इससे निपटने के लिए पुलिस तरह-तरह के प्रयास पुलिस महानिदेशक लोकनाथ बहरा बुधवार को रिटायर होने वाले हैं.
उन्होंने इससे पहले टीवी चैनलों के साथ कार्यक्रम में भाग लेते हुए उन्होंने स्वीकार किया कि आईएसआईएस का प्रभाव बढ़ाना काफी चिंता का विषय है कट्टरपंथियों को इसमें शामिल किया जा रहा है. हालांकि उन्होंने यह भी दावा किया कि यह प्रक्रिया पहले से काफी धीमी हुई है. उन्होंने कहा कि आईएसआईएस केरल के लोगों को अपने संगठन में इसलिए भर्ती करना चाहते हैं. क्योंकि यह एक उच्च शिक्षित राज्य और आतंकी संगठनों को भी इंजीनियर एवं डॉक्टरों की जरूरत पड़ती है.
उनके अनुसार,केरल पुलिस (Keral Police) ने व्यवस्थित तरीके से इससे निपटने के लिए कार्य किया है। उन्होंने बताया कि केरल के ‘आतंकवाद निरोधी दस्ता (ATS)’ ने ऐसे लोगों को चिह्नित कर उनके परिजनों की सहायता से उनकी काउंसलिंग कराई, जिनके आतंकी संगठनों में शामिल होने की संभावना थी. उन्होंने बताया कि 21 परिवारों के ISIS के नियंत्रण वाले इलाकों में जाने की खबर के बाद सतर्क केरल पुलिस ने अच्छा काम किया है.
उन्होंने आगे कहा कि उनके सीएम के साथ उन्होंने 5 वर्षों तक काम किया है और उनके साथ प्रोफेशनल रिश्ते हैं. उनके अनुसार, सीएम हमेशा राज्य की कानून व्यवस्था की फिक्र करते हैं और प्रोफेशनल मुद्दों पर ही बात करते हैं. आगे उन्होंने कहा कि आतंकवादी गतिविधियों के लिए यूएपीए (UAPA) लगाने में पुलिस को नहीं हिचकना चाहिए. क्योंकि यह एक संसद से पारित कानून है और कार्यपालिका को इसका पालन करना चाहिए. हालांकि वह इस दौरान सीबीआई (CBI) चीफ का पद ना मिलने पर नाराज भी दिखे.