आए दिन और सर राजस्थान में सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच की तल्खी समय-समय पर देखने को मिल ही जाती है.राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजेश पायलट की पुण्यतिथि के दिन ही अपने प्रदेश में पेट्रोल और महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन का ऐलान कर दिया है. इस दिन सचिन पायलट अपने सभी समर्थक विधायकों के साथ दौसा में जुड़ कर शक्ति प्रदर्शन करते हैं लेकिन वही अब पार्टी कार्यक्रम होने के चलते सभी असमंजस की स्थिति में हैं.
असमंजस में विधायक
सचिन पायलट के साथ-साथ अब उनके विधायक भी काफी अजीब असमंजस की स्थिति में दिख रहे हैं. असमंजस की स्थिति इस वजह से बनी हुई है कि वे अब प्रदर्शन में जाएं या फिर दौसा के भडाणा में आयोजित होने वाले पुण्यतिथि कार्यक्रम में. तो वही गहलोत ने अपने सभी विधायकों को पेट्रोल पंप पर 11:00 बजे सुबह शामिल होने को कहा है.
सचिन पायलट पहले जाएंगे दौसा
रिपोर्ट के अनुसार सचिन पायलट इस दिन सबसे पहले दौसा जाकर कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. उनके साथ उनके समर्थक विधायक भी शामिल होंगे. तो वही दूसरी तरफ कुछ लोगों ने दबी जुबान में कहा है कि वह दोनों जगह जाएंगे.
अशोक गहलोत की नजर दौसा पर
वहीं दूसरी ओर सीएम गहलोत की नजर दौसा के कार्यक्रम पर भी टिकी हुई है. इस दौरान वह पूरी जानकारी रखेंगे कि इस कार्यक्रम में कौन से विधायक और कौन-कौन नेता सचिन पायलट के समर्थन में कार्यक्रम में शामिल होंगे.
गहलोत कैंप की सबसे बड़ी चिंता यह है कि पिछले साल में राजेश पायलट की भर्ती के कार्यक्रम के बाद सचिन समर्थक विधायक हरियाणा के मानेसर चले गए थे और वहां पर बगावत कर दी थी. वही परिवहन मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि वह जयपुर में सुबह 11:00 बजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ प्रदर्शन करेंगे.अब ऐसी स्थिति में देखने वाली बात यह होगी कौन से नेता सचिन पायलट के साथ हैं और कौन अशोक गहलोत के साथ.