कोरोनावायरस की वजह से अपने माता पिता खो चुके बच्चों की मदद के लिए मोदी सरकार ने मुफ्त शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य बीमा तक के कई ऐलान अभी हाल ही के दिनों में किए हैं. इस बात पर राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने जमकर तंज कसा है. उन्होंने प्रधानमंत्री के इस ट्वीट पर जमकर हमला किया है.
बात यह है कि, प्रधानमंत्री ने कोरोना के चलते अनाथ हुए बच्चों की मदद के लिए सरकार के फैसलों को बताते हुए एक ट्वीट किया था. इसके जवाब में प्रशांत किशोर ने तंज कसते हुए लिखा है कि,’ मोदी सरकार का एक और मास्टर स्ट्रोक.’ “इस बार कोविड-19 थे तब के लिए सहानुभूति और देखभाल को नए तरीके से परिभाषित किया गया है. अभी सहायता मिलने की जगह, बच्चों को 18 वर्ष की आयु में स्टाइपेंड के वादे से सकारात्मक महसूस करना चाहिए. मुक्त शिक्षा के वादे के लिए पीएम केयर्स के आभारी रहे, जो कि संविधान में गारंटीकृत अधिकार है. आयुष्मान भारत में नामांकित होने के आश्वासन के लिए पीएमओ का धन्यवाद कीजिए, जो की 50 करोड़ भारतीयों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए जाना जाता है, लेकिन जरूरत पड़ने पर केवल बेड / ऑक्सीजन भी प्रदान करने में विफल होता है.”
https://twitter.com/PrashantKishor/status/1398867133178683394
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा था कि,’ हमारे देश के भविष्य का समर्थन! कोविड-19 के कारण कई बच्चों ने अपने माता पिता को. सरकार इन बच्चों की देखभाल करेगी, उनके लिए सम्मानजनक जीवन और अवसर सुनिश्चित करें. बच्चों के लिए PM-CARES बच्चों को शिक्षा और अन्य सहायता सुनिश्चित करेगा.’
इस ट्वीट के आगे उन्होंने PIB लिंक शेयर किया था जिसमें बच्चों की मदद को लेकर सारे एलानो का विवरण था.
इसमें लिखा था- सरकार उन बच्चों के साथ है जिन्होंने कोविड-19 के कारण अपने माता पिता को खो दिया है. ऐसे बच्चों को 18 साल मासिक स्टाइपेंड और 23 साल की उम्र में पीएम केयर से ₹10 लाख का फंड मिलेगा. इन बच्चों के शिक्षा सुनिश्चित की जाएगी. साथ ही बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए शिक्षा प्राप्त करने में सहायता की जाएगी पीएम केयर्स उस ऋण पर ब्याज का भुगतान करेगा. आसमान भारत के तहत बच्चों को 18 साल तक पांच लाख रुपए का मुख्य स्वास्थ्य बीमा मिलेगा और प्रीमियम का भुगतान पीएम केयर्स द्वारा किया जाएगा. बच्चे देश के भविष्य का प्रतिनिधित्व करते हैं और हम बच्चों के समर्थन और सुरक्षा के लिए सब कुछ करेंगे. एक समाज के रूप में यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपने बच्चों की देखभाल करें और उज्जवल भविष्य की आशा रखें.
यह पहली मर्तबा नहीं है जब प्रशांत किशोर ने पीएम मोदी के ट्वीट पर तंज कसा है. इसके पहले भी उन्होंने देश की दयनीय स्थिति के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया था. इसके साथ साथ उन्होंने ट्विटर पर सरकार के अंधभक्त ना बनने की अपील भी की. उन्होंने लिखा था कि,’ हमारे चारों ओर एक शोक ग्रस्त राष्ट्र और त्रासदी मची हुई है, ऐसे में गलत प्रचार को आगे बढ़ाने का निरंतर प्रयास घृणित है, सकारात्मक होने के लिए हमें सरकार के अंधे प्रचारक बनने की जरूरत नहीं है.’