राजस्थान के साँगानेर के भाजपा विधायक और जयपुर के पूर्व मेयर अशोक लाहोटी ने राजस्थान की कॉन्ग्रेस सरकार पर मंदिरों के लाउडस्पीकर बन्द करने और अन्य धर्मों के धर्मस्थलों पर लगे लाउडस्पीकर को खुली छूट देने का आरोप लगाया है।.
24 मई को भाजपा विधायक ने पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर सांगानेर स्थित सभी हिंदू मंदिरों में स्पीकर को जबरन बंद करने की शिकायत करते हुए इसके पीछे की वजह पूछी. इसके साथ-साथ उन्होंने क्षेत्र में सिर्फ हिंदू मंदिरों के लाइट स्पीकरो को ही बंद कराया गया है. जबकि अन्य धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर धड़ल्ले से उपयोग किए जा रहे हैं.
इस सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि आखिर किस आधार पर उन्होंने लाउडस्पीकर ओं को बंद करवाया?
विधायक ने नाराजगी जताते हुए अपने पत्र में लिखा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र भाँकरोटा के वार्ड संख्या 65 में कई हिंदू मंदिर हैं, जिनमें दैनिक रूप से आरती को स्थानीय प्रशासन ने कोरोना नियमों का हवाला देते हुए स्थानीय प्रशासन ने जबरन बंद करवा दिया.
वहीं इसके विपरीत अन्य सभी धार्मिक स्थलों में लाउडस्पीकर धड़ल्ले से चल रहे हैं जिस पर स्थानीय प्रशासन जरा सा भी हस्तक्षेप नहीं कर रही है इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना के नियम सभी के ऊपर समान रूप से लागू होने चाहिए ना की किसी एक धर्म विशेष के ऊपर. इस भेदभाव से माहौल बिगड़ सकता है.
इस पर ट्विटर पर अशोक लाहोटी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जयपुर पुलिस ने कहा कि कोरोनावायरस अभी मंदिरों को आरती के वक्त लौटकर की आवाज कम करने के आदेश दिए गए थे और यह आदेश सभी धर्मों पर लागू होते हैं बिना किसी भेदभाव के.