पश्चमी बंगाल चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का वह दावा अब सच साबित होता हुआ नज़र आ रहा है की तृणमूल कांग्रेस चुनाव से पहले ही गिर जाएगी. अब फिर से खबर है की तृणमूल कांग्रेस की एक और MLA ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए इस्तीफ़ा दे दिया हैं.
बताया जा रहा है की बल्ली विधानसभा से तृणमूल कांग्रेस (TMC) विधायक वैशाली डालमिया ने पार्टी छोड़ दी हैं. आपको जानकार हैरानी होगी लेकिन बल्ली विधानसभा से तृणमूल कांग्रेस (TMC) विधायक वैशाली डालमिया भारत क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली की करीबी मानी जाती हैं.
दरअसल वैशाली डालमिया पूर्व क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेटर जगमोहन डालमिया की बेटी हैं और इसलिए यह सौरव गांगुली की फैमिली फ्रेंड हैं. वैशाली डालमिया ने तृणमूल कांग्रेस को छोड़ने को लेकर मुख्य वजह पार्टी में भतीजावाद की राजनीति और पश्चमी बंगाल के हालात बताया हैं.
वैशाली ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में बताया की पिछले तीन वर्षों से अपने विधानसभा में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर लगातार पार्टी की बैठकों में सवाल उठा रही हूँ. कुछ लोग पार्टी को अंदर से खोखला करने में लगे हैं, क्षेत्र के विकास के लिए जब भी फ़ाइल भेजती हूँ वह एक ऑफिस से दूसरे ऑफिस भेज दी जाती हैं.
उन्होंने कहा की ममता सरकार के मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला जी ने जब से इस्तीफ़ा दिया हैं लोग हमसे सवाल पूछ रहें हैं की हमारा स्टैंड क्या हैं. हम जैसे लोगों को दूसरी पार्टियों से लड़ने से ज्यादा खुद की पार्टी में हो रहें गलत कामों से लड़ना पड़ता हैं. ममता बनर्जी तक हम जैसे लोगों की बात पहुंचाई ही नहीं जाती ऐसे में अब उनके साथ भी मेरा कोई लगाव नहीं रहा.
वैशाली ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने को लेकर बयान देते हुए कहा है की, “मैं लोगों के लिए काम करना जारी रखूँगी. मुझे कई बार गैर-राजनीतिक कहा गया है. अब ऐसा ही होगा. मैं लोगों के साथ काम करना जारी रखूँगी, उनके साथ खड़ी रहूँगी.” उन्होंने कहा की फिलहाल मेरा किसी भी पार्टी के साथ आने का कोई इरादा नहीं हैं, ऐसे में हो सकता है की वैशाली आज़ाद उमीदवार के तौर पर चुनाव लडे और बाद में वह किसी पार्टी के साथ जुड़ जायें.