2020 में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी दुनिया के सबसे अमीर लोगों में चौथे स्थान पर पहुँच गए थे. रिलायंस इंडस्ट्रीज पेट्रोल से लेकर टेलीकॉम सेक्टर तक अपना दबदबा बना चुकी हैं. मुकेश अंबानी आज भी देश और एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं लेकिन अब नई रिपोर्ट में वह दुनिया की टॉप 10 अमीरों की सूचि से बाहर हो चुके हैं.
पिछले कुछ महीनों से मुकेश अंबानी की कमाई 90 बिलियन डॉलर (6.62 लाख करोड़ रुपये) से घटकर 76.5 बिलियन डॉलर (5.63 लाख करोड़ रुपये) रह गयी हैं. इस वजह से मुकेश अंबानी अब दुनिया के 11 वें सबसे अमीर व्यक्ति बन चुके हैं. एक तरफ पंजाब में इसको लेकर पोस्ट की जा रही हैं की, हमने जिओ का बहिष्कार किया इस वजह से मुकेश अंबानी को यह नुक्सान हुआ.
जबकि हक़ीक़त यह हैं की रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर अपने सबसे ऊँचे दाम 2369.35 रुपये की कीमत से लगभग 16 प्रतिशत गिरा हैं. शेयर मार्किट में देखा जाता हैं की जब किसी बड़ी कंपनी का शेयर अपने सबसे ऊँचे दाम पर पहुँचता हैं तो लोग वहां प्रॉफिट बुकिंग जरूर करते हैं, जिसे शेयर मार्किट में करेक्शन कहा जाता हैं.
इस बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज और अमेज़न के बीच में भी एक विवाद चल रहा हैं. दरअसल फ्यूचर ग्रुप पिछले काफी समय से घाटे में था और घाटे से उभारने के लिए फ्यूचर ग्रुप को उनके मालिक किशोर बियानी ने बेचने का फैसला किया. रिलायंस इंडस्ट्रीज से फ्यूचर ग्रुप की डील पूरी हुई और उन्होंने यह कंपनी खरीद ली.
लेकिन अमेज़न का दावा हैं की, रिलायंस इंडस्ट्रीज और फ्यूचर ग्रुप की यह डील गैर कानूनी हैं. जबकि फ्यूचर ग्रुप का दावा हैं की अमेज़न एक विदेशी कंपनी हैं और भारतीय FDI नियमों के चलते हम अमेज़न के साथ डील नहीं कर सकते थे. भारतीय कानून और नियमों के हिसाब से यह डील पूरी तरह से सही हुई हैं. ऐसे में रिलायंस इंडस्ट्रीज और अमेज़न के बीच चल रही कानूनी जंग के चलते भी शेयर में गिरावट देखने को मिली.