बॉम्बे सिटी सिविल कोर्ट में हुसैन जैदी, संजय लीला भंसाली और आलिया भट्ट के खिलाफ फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ को लेकर गंगूबाई के परिवार वालों ने केस दर्ज़ करवा दिया हैं. कोर्ट ने परिवार वालों की याचिका के आधार पर 7 जनवरी 2021 तक हुसैन जैदी, संजय लीला भंसाली और आलिया भट्ट को अपनी सफाई देने के लिए कहा गया हैं.
बताया जा रहा है की फिल्म की शूटिंग मुंबई की फिल्मसिटी में चल रही है और इसके सेट डिजाइनिंग पर ही लगभग साढ़े छह करोड़ रूपए का खर्च हो चूका हैं. इस फिल्म को ‘माफिया क्वीन्स ऑफ मुंबई’ नाम की एक किताब पर बनाया जा रहा हैं, यह किताब हुसैन जैदी द्वारा लिखी गयी थी.
यह सत्य घटना पर आधारित एक फिल्म हैं, दरअसल 60 के दशक में एक महिला को उसके पति ने महज़ 500 रूपए के लिए बेच दिया था. उसके बाद उन्हें अपने जीवन के कुछ साल वेश्यावृति में बिताने पड़े. बाद में उन्होंने मजबूर लड़कियों के लिए बहुत अच्छे काम किये, ताकि उनका जीवन वेश्यावृति में न गुजरे.
फिल्म में अजय देवगन और रणबीर कपूर भी देखने को मिलेंगे, बताया जा रहा है की आलिया के पति का किरदार रणबीर कपूर निभा सकते हैं और अजय देवगन फिल्म में वह किरदार निभाएंगे जिसने गंगूबाई को वेश्यावृति से निकलने में मदद की. भंसाली ने कहा है की हम फिल्म को दो अलग अलग टाइम सेट्स में दिखाने की कोशिश कर रहें हैं.
पहला टाइम सेट भारत और पाकिस्तान के विभाजन से पहले 1946 के कमाठीपुरा का होगा और फिर दूसरा टाइम सेट 60 से 80 के दशक के बीच का होगा. भंसाली 1946 के टाइम सेट को परफेक्ट दिखाने के लिए कई पुराने वास्तुकारों से भी मुलाकात कर चुके हैं. 40 के दशक का पार्ट महज़ 20 से 25 मिनट का होगा जो आगे की स्टोरी लाइन के लिए दिखाया जाना जरूरी माना जा रहा हैंक्या यह केस फिल्म की रिलीस डेट पर असर डालेगा? यह आने वाले वक़्त में ही पता चल सकेगा. वैसे इस तरह के मुकदमे फिल्मों के प्रोडक्शन पर ज्यादा असर नहीं डाल पाते.