रातों रात किस्मत बदलना क्या होता है यह तो मेरठ में जन्मी यास्मिन जोसेफ ही बता सकती हैं. जिन्हें महान फिल्म निर्देशक राज कपूर ने मंदाकिनी नाम देकर फिल्म ‘राम तेरी गंगा मैली’ में उतारा तो फिल्म के साथ ही यास्मिन जोसेफ भी हिट हो गयी. उस जमाने में यास्मिन जोसेफ ने ऐसे ऐसे बोल्ड सीन्स दिए थे जो उस समय पर भारत में किसी अदाकारा ने नहीं दिए थे.
यही कारण था की फिल्म परदे पर आते ही इतिहासिक रूप से छा गयी थी और साथ में ही छा गया था मंदाकिनी का नाम. लेकिन मंदाकिनी के लिए यह बोल्ड सीन्स भारी पड़ गए. हर डायरेक्टर अब उन्हें बोल्ड सीन्स के लिए अपनी फिल्म में साइन करना चाहता था. फिल्म निर्देशकों में मंदाकिनी को अपनी फिल्म में साइन करने के लिए होड़ मची हुई थी.
मंदाकिनी ने भी एक के बाद एक फ़िल्में साइन की लेकिन वह सभी फ़िल्में ‘राम तेरी गंगा मैली’ जितनी कामयाब नहीं हो पाई. फिर भी फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन कर रही थी और मंदाकिनी का भी जीवन सही से व्यतीत होने लगा था. फिर आया 90 का दशक जब दाऊद इब्राहिम और मंदाकिनी की तस्वीरें अखबारों में छपने लगी.
मीडिया रिपोर्ट्स का कहना था की, दाऊद इब्राहिम मंदाकिनी का दीवाना हैं और वह मंदाकिनी के साथ रिलेशनशिप में हैं. यहां तक की मीडिया रिपोर्ट में मंदाकिनी की फिल्मों में दाऊद इब्राहिम का पैसा लगने की भी बात होने लगी थी. हालाँकि इन सभी ख़बरों को मंदाकिनी ने कभी हवा नहीं दी वो हर बार ऐसी ख़बरों को नकारती रही.
फिर खबर आयी की मंदाकिनी के लिए गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम खुद फिल्म निर्देशकों को उसे रोल दिलवाने के लिए बात किया करता था. इसके इलावा वह दोनों इतने नजदीक थे की मंदाकिनी और दाऊद दोनों दुबई में एक साथ घूमने चले गए थे. मीडिया में नेगेटिव इमेज बनने और मुंबई धमाकों में दाऊद का नाम आने के बाद मंदाकिनी का करियर बुरी तरह प्रभावित हुआ और धीरे-धीरे ग्लैमर इंडस्ट्री से दूर हो गयी.
फिर कुछ सालों बाद उन्होंने 1970 और 1980 के दशक में मर्फी रेडियो के विज्ञापनों में जिस बच्चे को दिखाया जाता था, उससे उन्होंने शादी कर ली. 1970-80 के विज्ञापनों में आने वाले उस बच्चे का नाम डॉ. काग्युर टी. रिनपोचे ठाकुर था. उसके बाद मंदाकिनी ने दो बच्चों को जन्म दिया, बेटे का नाम उन्होंने रब्बिल और बेटी का नाम रब्ज़े इनाया मंदाकिनी रखा.