जैसा की आप जानते है उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव चल रहे है, वहीं जिसका परिणाम 10 मार्च को पता चल ही जाएगा। पर अगर बात मुख्यमंत्री पद की करे तो अब तक हमने इस राज्य के 21 मुख्यमंत्री देखे, वहीं 22वे का इस बार चयन होगा, और खबर के मुताबिक इन 21 में से 7 बार वकालत की पढ़ाई करने वाले नेता मुख्यमंत्री बने, तो चलिए जानते वे 7 कौन कौन हैं।
गोविंद वल्लभ पंत– बीए, एलएलबी
गोविंद वल्लभ पंत को हम एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के तौर पे जानते हैं। वे भारत की स्वतंत्रता के आंदोलन और भारत सरकार के एक प्रमुख व्यक्ति थे।
चंद्रभानु गुप्ता – एमए एलएलबी
उन्होंने भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में तीन बार सेवा करने की भूमिका निभाई हैं। इसके अलावा वे 1970 के दशक में कांग्रेस और जनता पार्टी के सदस्य भी रह चुके हैं।
चौधरी चरण सिंह – बीएससी, एमए और लॉ
इतिहासकार और लोग के द्वारा अक्सर ‘भारत के किसानों के चैंपियन’ के रूप में जानें जाते चौधरी चरण सिंह उत्तर प्रदेश के 5वे मुख्यमंत्री थे।
राम नरेश यादव – बीए, एलएलबी
एक भारतीय राजनीतिज्ञ के तौर पे पहचान बनाने वाले राम नरेश यादव ने 1977 से 1979 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद संभाला। वहीं पहले वे जनता पार्टी से जुड़े हुए थे, बाद में वे कांग्रेस में शामिल हो गए।
नारायण दत्त तिवारी– एमए, एलएलबी
वे एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने पहले प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से नेतृत्व किए फिर बाद में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए। आपकी जानकारी के लिए बता दें, उन्होंने तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री (1976-77, 1984-85, 1988-89) सभाला।
वीपी सिंह – बीए, एलएलबी
भारत के 8 वें प्रधान मंत्री और मांडा के 41वें राजा बहादुर वीपी सिंह उत्तर प्रदेश के 12वे मुख्यमंत्री थे।
मायावती – बीए, बीएड, एलएलबी
एक भारतीय राजनीतिज्ञ, समाज सुधारक और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पे जानी जाति मायावती ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में चार अलग-अलग कार्यकालों के लिए सेवा किया।