आपको बता दिया जाए कि बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सलमान खान और उनके पड़ोसी केतन कक्कड़ के बीच वि वाद सुर्खियां बटोरते नज़र आ रही हैं। अभिनेता ने यह बयान जारी किया है कि कक्कड़ बिना मतलब इस झगड़े में उनके मजहब को बीच में ला रहे है। उन्होंने पड़ोसी के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज करवाया गया है। See More:- 5G नेटवर्क केस को लेकर जूही चावला को पड़ने वाला है महंगा,जाना पड़ सकता है जेल?
मुंबई सिटी सिविल कोर्ट में एडिशनल सेशन जज अनिल एच लड्ढा ने गुरुवार 20 जनवरी 2022 को इस केस पर सुनवाई की गई थी। इस दौरान सलमान खान की ओर से पेश वकील प्रदीप गाँधी ने कोर्ट के सामने कक्कड़ द्वारा लगाए गए आ रोपो को बताया और आपत्ति जनक सामग्रियों को सोशल मीडिया से हटाने के लिए निर्देश देने की अपील भी दर्ज कर दी है।
आपको बता दिया जाए कि असल में पनवेल में अभिनेता सलमान खान का एक फार्म हाउस मौजूद है। यहीं पिछले दिनों उन्हें साँप ने काटा था। आपको बता दे कक्कड़ का भी इसके बगल में एक प्लॉट मौजूद है। उनका दावा है कि प्लॉट तक जाने के रास्ते को अभिनेता ने ब्लॉक करके रखा हुआ है।
आपको बता दिया जाए कि लाइव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक यह बताया जा रहा है कि वकील प्रदीप गाँधी ने अदालत में कक्कड़ के पोस्ट और इंटरव्यू पढ़कर सुनाया था। उन्होंने यह भी बयान जारी किया है कि केतन ने आ रोप लगाया है कि सलमान ‘डी गैं ग के फ्रंट मैन’ भी हैं।
सलमान के धर्म पर भी टिप्पणी की गई है। उन्हें राष्ट्रीय और राज्य स्तर के नेताओं का करीबी सूत्र भी बताया हैं। यह भी दावा जा रहा है कि सलमान बच्चों की तस्करी भी किया करते हैं और उनके फार्म हाउस में कई फिल्म स्टार्स की लाशें दफनाई गई हैं।
आपको बता दिया जाए कि गाँधी ने बताया हैं कि, “बिना किसी सबूत के यह सब आरोप लगाए गए है। ये सारे आ रोप केतन कक्कड़ की कल्पना की उपज बताई जा रही हैं।” उन्होंने बताया है कि एक शिक्षित व्यक्ति होने के बावजूद कक्कड़ उनके मुवक्किल पर इस तरह के आ रोप लगाते नज़र आ रहे हैं। उनकी व्यक्ति प्रतिष्ठा को खराब कर रहे हैं जिससे उन्हें आगे चलकर बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं। उनके धर्म को झगड़े के बीच में भी लाया जा रहा है , जबकि सलमान की माँ एक हिंदू परिवार से ताल्लुख़ रखती हैं। उनके भाइयों ने हिंदुओं से शादी रचाई है। उनका परिवार सारे त्योहार मनाता नज़र आता है।
आपको जानकारी दे दिया जाए कि अभिनेता सलमान खान का राजनीति में आने का कोई इरादा नहींनज़र आता है। गाँधी ने यह भी बताया हैं कि, “, सोशल मीडिया पर आना और अपना सारा गुस्सा निकालना आजकल सबसे आसान काम कुछ लोगों को इकट्ठा करना हो गया है।”