उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विशेष रूप से गायों की देखभाल के लिए जाने जाते हैं। जब से वह यूपी सरकार में आए थे, उन्होंने गौ-मांस, गौ-तस्करी और व’ध को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए थे। अब उन्होंने इसके लिए एक और खास काम किया है, जिसमें निराश्रित गौवंश के लिए गो-सफारी खोलने पर विचार कर रहा है। इसकी शुरुआत बाराबंकी से होगी। अगर सब कुछ ठीक रहा तो यह राज्य के अन्य जिलों में भी शुरू हो जाएगा। दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में बेसहारा गाय वंश के संबंध में आयोजित बैठक में, पशुधन और दुग्ध विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने गो-सफारी बनाने का प्रस्ताव रखा।
मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि बाराबंकी जिले के कामियार घाट पर 25 सौ एकड़ जमीन उपलब्ध है। इस पर गो-सफारी बनाई जा सकती है। मुख्यमंत्री ने गो-सफारी प्रस्ताव में रुचि दिखाई है। इसे सकारात्मक तरीके से लेते हुए, उन्होंने एक विस्तृत कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए हैं।
लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि बाराबंकी के अलावा, शाहजहाँपुर में 392 एकड़ और महराजगंज में लगभग 800 एकड़ जमीन उपलब्ध है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे देखें कि अन्य जिलों में कितनी जमीन उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर बाराबंकी के कमियार घाट पर गो-सफारी बनाने की कार्ययोजना तैयार की जा रही है। गो-सफारी को भविष्य में एक पर्यटन स्थल के रूप में भी माना जा रहा है।