बॉलीवुड इंडस्ट्री के जाने-माने अभिनेता नसरुद्दीन शाह हाल ही में उन्होंने तालिबान पर एक बयान दिया था जिसके चलते वह सुर्खियों में है! ऐसे में उनके बयान पर काफी प्रतिक्रिया आई और वह काफी वायरल भी हो गया! नसरुद्दीन शाह का कहना है कि उन्हें कुछ दशकों पहले ऐसी बात कहने की जरूरत ही नहीं होती क्योंकि तब समाज धार्मिक आधार पर इतना बंटा नहीं था!
बॉलीवुड के अभिनेता ने हाल ही में द वायर की सीनियर एडिटर आरफा खानम शेरवानी को एक इंटरव्यू दिया था जिसके अंदर उन्होंने यह सब बातें कही हैं जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत के हालात बदल चुके हैं? तो उन्होंने जवाब दिया है बदले तो है उसमें तो कोई शक नहीं है वह तो आपके सामने हैं! 10 साल में ही इस कदर हालात बदल गए हैं कि कभी-कभी अपना मुल्क हीं पहचान में नहीं आता! जैसे कि कुणाल कामरा ने कहा जो बातें 4 ड्रिंक पीने के बाद कही जाती थी आज वह सुबह की कॉफी के बाद कहीं जाते हैं!
देश के अंदर अल्प संख्यक समुदाय पर बात करते हुए उनका कहना है कि हमें इस बात का सामना करना पड़ेगा कि आज की सत्ता चाहती है कि हमारे मुसलमानों के अंदर ड र हो वह चाहते हैं कि हम ड रे और सबसे बड़ी गलती हम करेंगे अगर ड रने लगे! हमें दिल से ड र निकाल देना चाहिए और हमें यह पता करना चाहिए कि यह हमारा देश है यहां से हमें कोई नहीं निकाल सकता!
वही वह आगे कहते हैं कि मुस्लिम समुदाय खुद को इस काबिल बनाए कि वह खुद को जगह दी जाए अगर मुस्लिम पिछली सदी में जीते रहेंगे तो ऐसा होना मुश्किल है! उन्होंने आगे अपनी बात को रखते हुए कहा कि साल 2014 में जब हुकूमत बदली तो मुझे उम्मीद थी कि हो सकता है कि प्रगति होगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ अब मुझे यह बात कहने की जरूरत महसूस होती है क्योंकि हमें वि क्टिम बनाया जा रहा है हमें अलग रखने की कोशिश की जा रही है जिसके खिलाफ हमें ल ड़ना जरूरी है!