Crude Oil Production Increase OPEC Ready: सऊदी अरब की अगुआई वाले तेल उत्पादक देशों (Oil Producing Nation) के संगठन ओपेक ने शुक्रवार को कच्चे तेल का उत्पादन एक लाख बैरल प्रतिदिन तक बढ़ाने का ऐलान किया। इससे कच्चे तेल (Crude Oil) के दामों में अगले कुछ दिनों में गिरावट आने के आसार हैं।
Crude Oil Production Increase OPEC Ready-
वियना में शुक्रवार को हुई औपचारिक बैठक में सऊदी अरब (Saudi Arab) अपने धुरविरोधी ईरान को तेल उत्पादन (Oil Production) बढ़ाने के लिए राजी करने में सफल रहा। सऊदी के ऊर्जा मंत्री खालिद फालिह ने कहा कि बड़े उपभोक्ता देशों की चिंता को ध्यान में रखकर और आपूर्ति में कमी न होने देने के लिए यह Decision लिया गया।
14 देशों वाले ओपेक के सदस्य इराक (Iraq) का कहना है कि असल में उत्पादन (Oil Production) में बढ़ोतरी 7.7 लाख बैरल तक ही रहेगी, क्योंकि कुछ देश आपूर्ति बढ़ाने में सक्षम नहीं हैं। लिहाजा बैठक में हर Country के लिए उत्पादन वृद्धि का कोटा तय करने की बजाय आपूर्ति के लक्ष्य को पाने पर रजामंदी बनी।
ऐसे में सऊदी अरब (Saudi Arab, UAE) को अपने कोटे से ज्यादा तेल उत्पादन करना होगा। उल्लेखनीय है कि अमेरिका (USA), चीन (China) और भारत ने तेल उत्पादन में कटौती से अर्थव्यवस्था को हो रहे नुकसान को देखते हुए OPEC से आपूर्ति बढ़ाने को कहा था।
Petroleum मंत्री धर्मेंद्र प्रधान खुद वियना दौरे पर गए और उन्होंने OPEC के कई अहम नेताओं से मुलाकात कर तेल के दामों में बनावटी उछाल पर अपनी चिंता जाहिर की। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने ट्वीट कर ओपेक से उत्पादन में बढ़ोतरी करने को कहा था ताकि दाम नीचे लाए जा सकें।
एस एंड पी Global के विश्लेषक गैरी रॉस का कहना है कि फिलहाल यह बढ़ोतरी पर्याप्त है, लेकिन ईरान (Iran) और वेनेजुएला (Venezuela) पर प्रतिबंध लागू होने के बाद यह कटौती नाकाफी साबित होगी।
America प्रतिबंधों से चिढ़ा था ईरान
OPEC के तीसरे बड़े उत्पादक ईरान के ऊर्जा मंत्री (Energy Minister) बिजान जंगनेह ने पहले तेल आपूर्ति बढ़ाने का विरोध किया था। उसका कहना है कि अमेरिका के ईरान और वेनेजुएला (Venezuela) पर प्रतिबंधों से तेल के दामों में यह उछाल आया है।
ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों के नवंबर से लागू होने के बाद उसके उत्पादन (Oil Production) में एक तिहाई तक कमी आ सकती है।
India-China जैसे देशों को राहत
ओपेक देशों (OPEC Countries) के बीच इस सहमति से भारत, चीन जैसे एशियाई देशों ने राहत की सांस ली है, जिनकी अर्थव्यवस्था तेल के ऊंचे दामों की वजह से प्रभावित हो रही है।
2016 से कटौती शुरू की
OPEC और Russia समेत 24 देशों (ओपेक प्लस) ने 2017 से उत्पादन में 18 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती का समझौता किया था। इससे 18 माह में कच्चे तेल (Crude Oil) के दाम 27 डॉलर से 80 डॉलर प्रति Barrel तक पहुंच गए। वेनेजुएला, लीबिया और अंगोला में संकट से हाल ही में आपूर्ति में कटौती 28 Lakh Barrel तक पहुंच गई।
सऊदी के ऊर्जा मंत्री खालिद बिन फालिह ने कहा, ‘November में ईरान-वेनेजुएला पर पाबंदी लागू होने के बाद उत्पादन में 18 लाख बैरल प्रति दिन की कमी आ सकती है। वर्ष 2007-08 में ऐसा ही संकट आया था, जब कच्चा तेल (Crude Oil) 150 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था।’
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