पेटीएम के निवेशकों को पहले ही आईपीओ की लिस्टिंग में बड़ा झटका लगा था। हालात ऐसे बने कि शेयरों में 41 फीसदी की गिरावट (Paytm के शेयर में गिरावट) आई। हालांकि, कुछ दिनों की गिरावट के बाद, पेटीएम ठीक हो गया और तेजी से बढ़ने लगा। लोगों को उम्मीद थी कि पेटीएम इस तिमाही में मुनाफा कमा सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस ने 30 सितंबर, 2021 को समाप्त दूसरी तिमाही के लिए अपने समेकित नुकसान को लगभग 473 करोड़ रुपये तक बढ़ा दिया है।
आमदनी बढ़ी, लेकिन मुनाफा नहीं
कंपनी ने शनिवार को यह जानकारी दी। एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी को 436.7 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। शेयर बाजार को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा कि दूसरी तिमाही के दौरान उसकी कुल आय 49.6 प्रतिशत बढ़कर 1,086.4 करोड़ रुपये हो गई, जो 2020-21 की समान तिमाही में 663.9 करोड़ रुपये थी। शुक्रवार को बीएसई पर कंपनी का शेयर 0.86 फीसदी की गिरावट के साथ 1,781.15 रुपये पर बंद हुआ।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
जानकारों का कहना है कि पेटीएम कब मुनाफे में आएगा, इसे लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है। साथ ही कंपनी की सीनियर टीम को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है और घरेलू संस्थानों के फिलहाल इसमें बड़ा दांव लगाने की उम्मीद नहीं है। प्रभुदास लीलाधर में निवेश उत्पादों के प्रमुख पीयूष नागदा ने कहा कि पेटीएम के शेयरों की कीमत कम से मध्यम अवधि में दबाव में रहेगी। उन्होंने कहा कि इसका कारण यह है कि आईपीओ निवेशक इससे बाहर निकलने की कोशिश करेंगे और नए निवेशक इसे तब तक नहीं छूएंगे, जब तक सेंटीमेंट नहीं बदलेगा।
पेटीएम महाआईपीओ एक महा फ्लॉप रहा
पेटीएम देश का सबसे बड़ा आईपीओ लेकर आया था, लेकिन यह महाआईपीओ बहुत बड़ा फ्लॉप साबित हुआ। अब तक यह रिकॉर्ड कोल इंडिया के नाम था, जिसने 2010 में आईपीओ के जरिए 15,000 करोड़ रुपये से ज्यादा जुटाए थे। देश की सबसे बड़ी डिजिटल भुगतान कंपनी पेटीएम के प्रमोटर वन 97 कम्युनिकेशंस को इस आईपीओ से 18,300 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद थी। .