बॉलीवुड की अभिनेत्री कंगना रनौत को हाल ही में अवार्ड से सम्मानित किया गया है लेकिन उसके बाद से ही अभिनेत्री काफी ज्यादा सुर्खियों में बनी हुई है! अभिनेत्री ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में 1947 में मिली आजादी को भीख में आजादी बताते हुए कहा था कि असली आजादी तो 2014 में मिली है! इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर भी विवा दास्पद बयान दिया है! अभिनेत्री ने दावा किया है कि भगत सिंह और सुभाष चंद्र बोस को महात्मा गांधी से समर्थन नहीं मिला! वही कंगना रनौत का कहना है कि एक और गाल आगे करने से आपको भीख मिलती है आजादी नहीं!
ऐसे में सोशल मीडिया पर कई सारे लोग अभिनेत्री का समर्थन भी कर रहे हैं तो बहुत सारे लोग इस पर आपत्ति विजेता रहे हैं वहीं इस मुद्दे पर सियासी बवाल भी मचा हुआ है अभिनेत्री से पद्मश्री सम्मान को वापस ले जाने की मांग लगातार की जा रही है वहीं उनके खिलाफ देश के कई हिस्सों में मामले भी दर्ज करवाए जा रहे हैं इस बीच देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम से एक ट्वीट भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है!
अभिनेत्री के बयानों पर राष्ट्रपति के नाम से जो भी ट्वीट वायरल हो रहा है उसमें कंगना रनौत से पद्म श्री सम्मान को वापस ले जाने की बात है और ट्वीट में राष्ट्रपति के हवाले से लिखा गया है कि अभिनेत्री के द्वारा दी गई टिप्पणी देश की भावनाओं को आहत करने वाले हैं मैं उन्हें पदम पुरस्कार दिए जाने के लिए शर्मिंदगी महसूस कर रहा हूं! मेरी सरकार नरेंद्र मोदी से विनती है कि मुझे पुरस्कार वापस लेने की अनुमति दी जाए!
लेकिन क्या है इसका सच?
दरअसल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम से जो ट्वीट वायरल हो रहे हैं उसका अवलोकन और उसकी जांच करने के बाद यह बात सामने आई है दरअसल जिस अकाउंट से यह ट्वीट किया गया है वह अकाउंट वेरीफाई नहीं है जबकि ओरिजिनल अकाउंट वेरिफाइड यानी ब्लू टिक वाला होता है! वही अकाउंट के नाम की स्पेलिंग भी गलत है, वही, President of India की बजाय Prasident of India लिखा है! ट्विटर हैंडल @rashtrapatibhvn की बजाय @rashtrptibhvn है!
जिससे कि है साफ हो जाता है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम पर वायरल हो रहे टीवी असा माजिक तत्वों की करतूत है ना कि यह ट्वीट खुद राष्ट्रपति के ट्विटर हैंडल से किए गए हैं!