Know why Dia Mirza adopted a Muslim surname? While mother is Hindu and father is German: बॉलीवुड की इंडस्ट्री में कई सारी अभिनेत्रियां आती रहती है और चली भी जाती है लेकिन इनमें से कुछ ही ऐसी होती हैं जो हमारे दिलों पर गहरी छाप छोड़ कर जाते हैं वह भले ही कम फिल्मों में काम करें लेकिन उसके बावजूद भी दर्शकों की चाहने वाली अभिनेत्री बन जाते हैं वहीं बॉलीवुड की खूबसूरत और प्रतिभाशाली अभिनेत्री दिया मिर्जा भी एक ऐसी ही अभिनेत्री उनकी खूबसूरती की जितनी भी तारीफ की जाए कम होगी वहीं उन्होंने फिल्मों के साथ-साथ सोशल वर्क भी किया है!
दीया मिर्जा का फिल्मी करियर
दीया मिर्जा ने साल 2001 में फिल्म रहना है तेरे दिल में से बॉलीवुड के अंदर डेब्यू किया था और इस फिल्म में उनका काम दर्शकों को काफी ज्यादा पसंद आया था इसके बाद दीया मिर्जा कुछ और फिल्मों में भी नजर आई थी लेकिन उनकी कोई भी फिल्म बतौर लीड अभिनेत्री कुछ खास सफल ही नहीं रही थी उन्हें आखिरी बार साल 2018 में आई फिल्म संजू में देखा गया था!
दीया मिर्जा 18 साल की उम्र में बन गई थी मिस एशिया
वही फिल्मों से ज्यादा दिया मिर्जा अपनी निजी जिंदगी को लेकर काफी ज्यादा रखिए 18 साल की थी तब उन्होंने साल 2000 में मिस एशिया पेसिफिक का खिताब जीत लिया था उन्होंने तो मिस इंडिया प्रतियोगिता में कभी जाने का भी नहीं सोचा था उनकी एक फैमिली फ्रेंड ने उन्हें मिस इंडिया में ऑडिशन के बारे में जानकारी दी थी इसके बाद वह इस में भाग लेने के लिए पहुंची थी!
महज 16 साल की उम्र में ही दिया मिर्जा ने शुरू कर दी थी जॉब
वही जब दिया मिर्जा के सिलेक्शन को लेकर उनके पास फोन आया तो उन्हें रहने खाने और ट्रेवल के पैसे देने थे ऐसे में दीया मिर्जा ने यह पैसे अपनी जेब से दिए थे दरअसल जब वह 16 साल की हुआ करती थी तभी से उन्होंने मल्टीमीडिया कंपनी में काम करना शुरू कर दिया था!
दीया मिर्जा के बचपन में ही हो गया था माता-पिता का तलाक
वही दीया मिर्जा का वास्तविक नाम दिया हेंड्रिक्स है लेकिन उन्होंने बाद में अपना सर ने मिर्जा कर लिया था नाम के आगे मुस्लिम सरनेम लगाने के पीछे खास हो जाती थी दरअसल दिया मिर्जा का बचपन का ही कठिनाइयों से बना हुआ था जब वह 9 साल की हुआ करती तभी उनके माता-पिता का हो गया था और उनके पिता एक जर्मन हुआ करते थे जिनका नाम फेंक हेडरीच था वही दीया मिर्जा की मां एक बंगाली थी जिनका नाम दीपा था!
इस वजह से अपनाया था दीया मिर्जा ने मुस्लिम सरनेम
दरअसल दिया मिर्जा के माता पिता ने शादी के 11 साल बाद ही तलाक ले लिया था और इस तलाक के बाद दिया मिर्जा की माँ ने अजीज मिर्जा नाम के एक शख्स से शादी रचा ली थी! ऐसे में दिया अपने सौतेले पिता अजीज मिर्जा के काफी करीब हुआ करती थी वहीं उन्होंने इंटरव्यू में बताया था कि अजीज मिर्जा ने कभी भी उनके असली पिता फेंक हेडरीच की जगह लेने का प्रयास नहीं किया! इसी वजह से वह अजीज मिर्जा को बहुत चाहती थी और यही वजह थी कि उन्होंने अपनी सौतेली पिता के प्रति मान सम्मान और प्यार जताने के लिए उनका सरनेम मिल जा अपना लिया था!