कुदरत से खिलवाड़ चीन को पड़ा भारी, सूखी चीन की सबसे बड़ी नदी, दाने-दाने को होगा मोहताज
कुदरत से खिलवाड़ चीन को पड़ा भारी, सूखी चीन की सबसे बड़ी नदी, दाने-दाने को होगा मोहताज

कुदरत से खिलवाड़ चीन को पड़ा भारी, सूखी चीन की सबसे बड़ी नदी, दाने-दाने को होगा मोहताज

कुदरत से खिलवाड़ चीन को पड़ा भारी, सूखी चीन की सबसे बड़ी नदी, दाने-दाने को होगा मोहताज: दूसरों को अपने कर्ज के जाल में फंसाने वाला चीन इस वक्त खुद कई तरह के संकटों में घिरा हुआ है। चीन इस वक्त भयानक गर्मी का सामना कर रहा है जिसकी वजह से इसके कुछ हिस्सों में नदियां सूख गई हैं। बिजली संकट ने लोगों की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है जिससे मुख्य रूप से फैक्ट्रियां बाधित हो रही हैं।

चीन के कई प्रांत इन दिनों भयानक सूखे से जूझ रहे हैं, जो लगातार चीन की अर्थव्यवस्था पर वार कर रहा है। चीन की कई नदियां सूखे के कगार पर हैं, लिहाजा इन दिनों चीन आसमान में बादल के बीज बो रहा है, ताकि बारिश हो और नदियों में पानी आए। चीन के विमान प्रसिद्ध चीनी नदी यांग्त्ज़ी में पानी भरने के लिए आकाश में बादल के बीज के गोले दाग रहे हैं, ताकि सूखे के संकट से पार पाया जाए।

कुदरत से खिलवाड़ चीन को पड़ा भारी, सूखी चीन की सबसे बड़ी नदी, दाने-दाने को होगा मोहताज

दूसरी तरफ चीन में गर्मी की वजह से शिचुआन प्रांत में 6 दिनों के लिए सभी कारखाने बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं. वजह बिजली की कमी है. अब एकबार फिर चीन क्लाउड सीडींग (Cloud Seeding) के जरिए सूखे से लड़ने की कोशिश कर रहा है. अब तक आसमान में आर्टिफिशियल बारिश कराने के लिए 900 मिसाइलें दागी जा चुकी हैं. लेकिन चीन की कोशिश नाकाम हो रही है.

क्लाउड सीडींग क्या है?

चीन कृत्रिम यानी आर्टिफिशियल बारिश कराने के लिए मिसाइलों का इस्तेमाल करता है. इन मिसाइलों में सिल्वर आयोडाइड और रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है. कृत्रिम तरीके से बादलों को बारिश करने के अनुकूल बनाया जाता है. कृत्रिम बारिश कराने की इन्हीं कोशिशों की वजह से चीन में कुदरत का बैलेंस बिगड़ा था और अब चीन उसे और बिगाड़ने में लगा है.

चीन के जल संसाधन मंत्रालय ने बुधवार को एक नोटिस में कहा कि, यांग्त्ज़ी नदी बेसिन में सूखा “ग्रामीण लोगों और पशुओं की पेयजल सुरक्षा और फसलों की वृद्धि पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है।” वहीं, बुधवार को चीन के एक और हुबेई प्रांत ने घोषणा की है, कि वो आसमान में बादलों की बुआई करेगा, ताकि बारिश करवाई जाए और इसके लिए वो सिल्वर आयोडाइड की छड़ का उपयोग करेगा।

सिल्वर आयोडाइड की छड़ें, जो आमतौर पर सिगरेट के आकार की होती हैं, उसे पानी के क्रिस्टल बनाने में मदद करने के लिए आसमान में मौजूद बादलों में शूट किया जाता है। जिसकी वजह से क्रिस्टल का निर्माण होता है, जिससे इसकी नमी की मात्रा भारी हो जाती है और ये क्रिस्टल तब बादल को अधिक बारिश पैदा करने में मदद करते हैं और बारिश होने की संभावना बढ़ जाती है।

चीन का सूखा प्राकृतिक नहीं इंसानों की गलती का नतीजा है. 2020 में चीन ने स्काई रीवर प्लान तैयार किया था. प्रोजेक्ट का मकसद यांग्त्ज़ी नदी को येलो रीवर से जोड़ना था. चीन ने इसके लिए क्लाउड सीडींग का सहारा लिया था. चीन के येलो रीवर का इलाका भारत की आधी जमीन के बराबर है. क्लाउड सीडींग का इस्तेमाल 2 साल पहले बारिश के कुदरती नियमों को बदलने के लिए किया गया था.

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