ऑस्ट्रेलिया के महान लेग स्पिनर शेन वार्न के महज 52 साल की उम्र में आकस्मिक निधन से क्रिकेट जगत सदमे में है। शेन वार्न का निधन संदिग्ध हार्ट अटैक से हुआ है। फॉक्स न्यूज के अनुसार, थाईलैंड में एक संदिग्ध दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया।
वॉर्न के निधन से सदमे में सहवाग-रोहित
शेन वार्न के आकस्मिक निधन से क्रिकेट जगत सदमे में है। ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटर ही नहीं भारत के दिग्गज क्रिकेटरों का भी दिल टूट गया है. शेन वार्न के निधन पर टीम इंडिया के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर, पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग, पूर्व कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा सभी ने दिल दहला देने वाला रिएक्शन दिया है.
Shocked, stunned & miserable…
Will miss you Warnie. There was never a dull moment with you around, on or off the field. Will always treasure our on field duels & off field banter. You always had a special place for India & Indians had a special place for you.
Gone too young! pic.twitter.com/219zIomwjB
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) March 4, 2022
Cannot believe it.
One of the greatest spinners, the man who made spin cool, superstar Shane Warne is no more.
Life is very fragile, but this is very difficult to fathom. My heartfelt condolences to his family, friends and fans all around the world. pic.twitter.com/f7FUzZBaYX— Virender Sehwag (@virendersehwag) March 4, 2022
शेन वॉर्न का परिवार सदमे में
फॉक्स न्यूज के मुताबिक शेन वॉर्न अपने विला में बेहोश पाए गए थे और तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें होश में नहीं लाया जा सका. शेन वॉर्न का परिवार इस समय बोलने की स्थिति में नहीं है और वह इस खबर से सदमे में हैं।
15 साल के करियर में 708 टेस्ट विकेट लिए
शेन वार्न ने 1992 और 2007 के बीच अपने 15 साल के करियर में ऑस्ट्रेलिया के लिए 708 टेस्ट विकेट लिए। शेन वार्न ने 1992 में सिडनी में भारत के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और फिर अगले साल मार्च में वेलिंगटन में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया।
1999 में विश्व कप जीत में अहम भूमिका निभाई
विजडन के शतक के पांच क्रिकेटरों में से एक चुने गए शेन वार्न ने अपने वनडे करियर का अंत 293 विकेट के साथ किया। उन्होंने 1999 में ऑस्ट्रेलिया की एकदिवसीय विश्व कप जीत में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शेन वार्न ने इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज माइक गैटिंग को 3 जून 1993 को ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में अपने पहले एशेज टेस्ट की पहली ही गेंद पर बोल्ड किया, गेंद को लगभग 90 डिग्री घुमाया।