अमिताभ बच्चन बॉलीवुड के बहुत बड़े और नामी अभिनेता है जिनका आज के समय मे पुरो दुनिया मे एक तरफा नाम चलता है और इसके साथ-साथ सभी इन्हें माफी इज़्ज़त और सम्मान भी देते है. अमिताभ बच्चन जी के लिए बोला जाता है कि अगर वह आज बॉलीवुड में नही होते तो आज के समय मे बॉलीवुड को कोई नही जानता और ना ही कभी बॉलीवुड इतनी ज्यादा तरक्की कर पाता. आपकीं जानकारी के लिए बता दे कि अमिताभ बच्चन ने जितनी सारी हिट फिल्में दी है उतनी बॉलीवुड के अभिनेताओ ने अपने जीवन मे फिल्मे भी नही करी होगी.
पनी फैमिली के साथ इस तरह हमेशा स्पॉट होना और ज्यादातर समय मां-पाप के संग जलसा में नजर आना, कई लोगों के नेगेटिव कॉमेंट्स को न्योता देता है। कुछ ट्रोलर्स ऐसे भी दिखते हैं, जो ये तक सवाल उठा देते हैं कि श्वेता ससुराल से दूर मायके में ही क्यों दिखाई देती है? वहीं कुछ ये भी कहने से बाज नहीं आते कि श्वेता तो पति की जगह हमेशा अपने पैरंट्स के साथ ही रहती है। इस पर कुछ ने अंदाजे भी लगाए कि अमिताभ की लाडली की अपने ससुराल वालों से और पति से नहीं बनती, इसलिए वह दूर रहती हैं, जबकि असलियत तो कुछ और ही है। ये ऐसी स्थिति है, जिससे कई महिलाएं खुद को रिलेट कर सकेंगी और श्वेता की सिचुकेशन को समझ सकेंगी।
पति की कमाई पर नहीं निर्भर
श्वेता बच्चन अपने ससुराल से जरूर दूर रहती हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि उन्हें अपने पति से किसी तरह की कोई दिक्कत है। दरअसल, श्वेता बच्चन और निखिल नंदा दोनों ही अलग-अलग प्रफेशन से आते हैं, जिस वजह से इस कपल को साथ में भी कम ही स्पॉट किया जाता है। श्वेता जहां लेखक-मॉडल और फैशन डिजाइनर हैं, तो वहीं उनके पति निखिल नंदा एस्कॉर्ट्स ग्रुप के वर्तमान मैनेजिंग डायरेक्टर हैं।
श्वेता के पति के पास करोड़ों की संपत्ति और अरबों का कारोबार है। लेकिन इसके बावजूद वह अपने पति की कमाई पर निर्भर नहीं रहती हैं। श्वेता ने न केवल अपनी खुद पहचान बनाई बल्कि अपने कमाए हुए पैसों से अपने बच्चों की देखभाल भी की।
छोटी उम्र में शादी तो वजह नहीं
अमिताभ बच्चन ने जब महज 21 साल की उम्र में अपनी बेटी की शादी निखिल नंदा से कर दी थी, तो बहुत से लोगों का कहना था कि बिग बी ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि श्वेता शादी से पहले ही प्रेग्नेंट थीं, जबकि कइयों का कहना था कि उनकी शादी इसलिए जल्दी हुई थी, क्योंकि उनका काफी समय से निखिल नंदा के साथ अफेयर चल रहा था। ऐसे में दोनों बच्चों के होने के बाद जब श्वेता दिल्ली से ज्यादा मुंबई रहने लगीं, तो लोगों को तरह-तरह की बात करने का एक और मौका मिल गया।
लेकिन यहां सोचने वाली बात यह है कि शादी के बाद क्यों बेटी अपने पति का घर छोड़ पिता के घर क्यों नहीं रह सकती है। श्वेता ने शादी के करीब 10 साल बाद अपना खुद का करियर बनाया था। श्वेता ने अपने लिए जो करियर चुना, उसके लिए उन्हें दिल्ली से मुंबई शिफ्ट होना ही पड़ता। ऐसे में उन्होंने दूसरी जगह घर न लेकर अपने पिता के घर में ही रहने का फैसला किया।
पिता का घर मतलब…टूटती शादी
हमारा समाज कितना भी क्यों न बदल रहा हो, लेकिन शादी के बाद लड़कियों का ज्यादा दिन अपने पिता के घर में रहना आज भी सही नहीं माना जाता है। अगर लड़की एक-दो महीने तक अपने पैरेंट्स के साथ उनके घर में रह जाती है, तो लोगों के बीच इस बात को लेकर चर्चा तेज हो जाती है कि उसके ससुराल में सब कुछ सही नहीं चल रहा है।
उसके अपने पति से रिश्ते अच्छे नहीं हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि शादी के बाद लड़की की पहचान उसके पति से ही होती है। हालांकि, श्वेता हमेशा ही स्टीरियोटाइप सोच तोड़ती आई हैं। उन्होंने न केवल परफेक्ट बहू की जिम्मेदारी अच्छे से निभाई बल्कि अपने करियर को आगे बढ़ाते हुए अपने रिश्ते का भी पूरा ख्याल रखा।