somewhere after repeated rape the child was…: केरल में मोपला मुस्लिमों (Muslim) द्वारा किए गए नरसंहार पर आरएसएस विचारक ने लोगों को इतिहास से अवगत कराया है. इस दौरान उन्होंने बताया कि किस तरह कांग्रेस के संस्थापक एनी बेसेंट ने भी मालाबार का दौरा किया था एवं वहां के पीड़ित हिंदुओं से बात कि. उन्होंने लिखा कि किस तरह एक गर्भवती महिला का पेट फाड़कर भ्रूण को निकाल कर उसे क्षत-विक्षत कर दिया गया था. ऐसी एक नहीं बल्कि कई डरावनी घटनाएं घटित हुई थी.
इस दौरान जे नंदकुमार ने एक और घटना का जिक्र किया. एक शिशु अपनी माता का स्तनपान कर रहा था. मोपला मुस्लिमों ने उस बच्चे को उसकी माता की छाती से छीन कर उसके दो टुकड़े कर दिए. इस घटना का जिक्र एनी बेसेंट (Ani Besent) ने भी अपनी पुस्तक में किया है. एक जगह एक महिला का बार-बार इस तरह क्रूरता से रेप किया गया कि उसकी मृत्यु हो गई. उसका छोटा सा बच्चा काफी देर तक अपनी मरी हुई माँ के शरीर पर खेलता रहा और स्तनपान करने की कोशिश करता रहा – कितना हृदय विदारक दृश्य रहा होगा ये.
हम आपको बता दें कि, कई विद्वानों ने इसे पूरी दुनिया की सबसे क्रूरतम घटना बताई. खुद शंकरन नायर ने ऐसा बताया है, जो कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष रहे थे. बाबासाहब आंबेडकर का कहना था कि ये दंगा नहीं था, हिन्दुओं पर मुस्लिमों का आक्रमण था. एनी बेसेंट ने तो पूछा है कि क्या ये लोग शैतान थे? मलयालम महाकवि कुमार असन ने ‘दुरावस्था’ नाम के खंडकाव्य लिखा है कि ये मुस्लिम शैतान हैं क्या, क्या इनकी माताएँ-बहनें नहीं हैं?
गौरतलब है कि, एक वर्ष के भीतर पुस्तक प्रकाशित हुआ और उन्हें इस्लामी कट्टरपंथियों की धमकी मिलने लगी कि वो इसे वापस लें, लेकिन उन्होंने कहा कि ये पीड़ितों से बात कर के लिखी गई है और वो इसे वापस नहीं लेंगे. 1924 में उनकी हत्या हो गई और इसका कारण आज तक पता नहीं चला. 2 दिन बाद नाव से उनकी लाश मिली. नाव का वो कमरा बाहर से बंद था. वो तैराकी में दक्ष थे. लेकिन, छोटे नदी में डूब कर उनके मरने की कहानी पर कैसे कोई विश्वास करे? क्या ये साजिश नहीं थी?