पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और ममता बनर्जी के बीच चल रहे विवादों के चलते लगातार होते ही रहते हैं हाल ही में आज तूफान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक को लेकर भी केंद्र और राज्य सरकार के बीच विवाद देखने को मिल गया था वही इंडियन एक्सप्रेस के आइडिया एक्सचेंज प्रोग्राम में चीफ एडिटर के सवाल का जवाब देते हुए उनका कहना है कि ममता बनर्जी ने रात 11:16 बजे एक मैसेज किया और साथ ही यह भी कहा कि प्रधानमंत्री से नहीं मिलूंगी! साथ ही राज्यपाल का कहना था कि सुबह 1:00 मिनट जो कुछ भी हुआ वह सब देखकर मैं हैरान रह गया था!
राज्यपाल का कहना था कि 29 मई को अखबारों में खबर यह आ रही थी कि ममता बनर्जी की प्रधानमंत्री मोदी से आमने सामने की बैठक हुई लेकिन ऐसी कोई बैठक नहीं हुई थी जो हुआ वह 1 मिनट से भी कम समय का था! बैठक से एक दिन पहले ही रात 11 बजकर 16 मिनट पर ममता बनर्जी ने मुझ को मैसेज किया था कि मैं बैठक में शामिल नहीं होने वाली है क्योंकि शुभेंदु अधिकारी वहां है! मैंने उनसे कहा है कि वह विपक्ष के नेता है!
मैंने फिर अगले सुबह उनको फोन किया और कहा कि आप बहिष्कार ना करें, यह बैठक हमारे लिए, संविधान के लिए, कानून के शासन के लिए, राज्य के लिए अच्छा होगा! राज्यपाल ने यह भी कहा कि देश के प्रधानमंत्री के पद से समझौता नहीं किया जा सकता है! दिल्ली के मानव अधिकार आयोग के प्रमुख से मुलाकात के दौरान मुद्दे पर जगदीप धनखड़ का कहना था कि मानव अधिकार के मामले पर पश्चिम बंगाल राज्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है! उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि मैं जस्टिस यानी कि अरुण मिश्रा को काफी दिनों से जानता हूं!