राम मंदिर भूमि से जुड़े विवाद और लोनी में मुस्लिम बुजुर्ग की पिटाई के मामले में यूपी सियासत वर्तमान में काफी गरमा चुकी है. गुरुवार को इन्हीं मामलों पर एक टीवी डिबेट रखा गया जिसमें पीस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव शादाब चौहान और बीजेपी नेता संबित पात्रा के बीच जमकर बहस हुई. शादाब ने इस बहस के दौरान खुद को राम का वंशज बता दिया. जिस पर भाजपा नेता ने पूछा कि आपने कितने कोड़े खाकर या फिर कितने किलो चावल पाकर अपना धर्मांतरण कराया था?
यह डिबेट रिपब्लिक भारत पर हो रहा था. रिपब्लिक भारत के ‘पूछता है भारत’ नाम के डिबेट शो में चर्चा के दौरान ऐश्वर्या कपूर के साथ कई मेहमानों में प्रो.संगीत रागी भी मौजूद थे. उन्होंने कहा अलीगढ़ में दलितों पर मुसलमानों ने हमला किया पर बसपा ने आवाज नहीं उठाई. बंगाल में दलित हिंदुओं पर हमले होते रहे पर मैंने किसी दलित प्रवक्ता या तथाकथित प्रगतिशील ताकत को इसके खिलाफ बोलते हुए नहीं सुना. इसके दो बड़े संदर्भ हैं. 1- साल 2022 के चुनाव के लिए पार्टियों की गोलबंदी है कि आखिर मुसलमानों का वोट कैसे अपने तरफ लिया जाए.2- जो मुस्लिम हैं उनसे क्या नरेंद्र मोदी सरकार पिछले 7 साल में अच्छे ताल्लुक कर पाई या नहीं बीजेपी का जो चेहरा कांग्रेस मुस्लिमों के समक्ष लिप पोत रही है. वह साजिश के तहत किया जा रहा है. इसमें कांग्रेस के साथ सपा और आप भी शामिल हैं.’
इस बस में आगे चौहान ने कहा कि, ‘लोनी की घटना में दो चीजें हैं जब पीड़ित किसी बात का दावा करता है तो उसे मानना या न करना या कोर्ट में तय होगा. आज भी उस परिवार ने कहा कि वह ताबीज का काम नहीं करते. मुजफ्फरनगर के दंगों के आरोपियों को मोदी के स्टेज पर सम्मानित किया गया. यूपी में योगी नाकाम है इसलिए हम एक आम-ए-इलाही, निजाम-ए-मुस्तफा का राज कायम करके मानवता को न्याय देने के प्रयास में जुटे हैं हम पूरी प्लानिंग कर चुके हैं.
डिबेट के दौरान एंकर और बीजेपी प्रवक्ता ने उन्हें रोका और पूछा यह क्या था आप क्या बोल गए? पैनलिस्ट आपकी बात पर मुस्कुरा रहे थे. शादाब ने इस पर बताया कि सावरकर को देखा देश ने. अब निजाम-ए-मुस्तफा का राज कायम करना होगा और हम अपने उद्देश्य के लिए प्रयासरत हैं. संवैधानिक रास्ते अपना रहे हैं. आप अपना डीएनए चेक करा लीजिए.