अभी हाल ही में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपने एक बयान में कहा कि पाक भविष्य में अफगानिस्तान में आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए अमेरिका को अपने सैन्य अड्डे नहीं देगा और पाकिस्तान के अंदर ड्रोन हम लोग की भी अनुमति अमेरिका को नहीं मिलेगी.
द न्यूज़ इंटरनेशनल (The News International) की रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्री ने अपने हालिया बयान में अमेरिका को पाकिस्तान में बस उपलब्ध कराने की खबरों को भी निराधार बताते हुए खारिज कर दिया. इस बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि प्रधानमंत्री इमरान खान कभी भी प्रधानमंत्री इमरान खान अमेरिका को अपना बेस एवं पाकिस्तान के अंदर ड्रोन हमलों की अनुमति नहीं देंगे.
गौरतलब है कि अमेरिका ने पाकिस्तान के अंदर ड्रोन हमले से ही लादेन (Laden) को मार गिराया था. अपने बयान में आगे उन्होंने कहा कि,’ मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि पाकिस्तान सुरक्षित हाथों में है’. यह बात उन्होंने सीनेट में कहीं. कुरैशी का यह बयान तब आया जब अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि ‘पाकिस्तान ने अमेरिकी सेना को अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति दे दी थी और जमीनी पहुंची थी. ताकि वह अफगानिस्तान में अपनी उपस्थिति का समर्थन कर सकें.’
पाकिस्तानी सीनेटरो की चिंता का जवाब देते हुए कुरैशी ने आगे कहा कि,’ हमें इस बात का डर है कि इस तरह की स्थिति अफगानिस्तान को फिर से 90 के दशक वाले हालातों में पहुंचा सकती.’
इसके बाद पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि,’ पाकिस्तान को अमेरिका की ओर से दी जाने वाली सुरक्षा सहायता अब भी लंबित है. आगे इसमें कोई बदलाव होगा या नहीं इस बारे में मैं अभी कुछ नहीं कहना चाहता.’