हेमंत नागराले के रूप में आज मुंबई को अपना नया पुलिस कमिश्नर मिल गया हैं. इसी के साथ राजनितिक मोहरा बने परमबीर सिंह को बलि का बकरा बनाकर हलाल कर दिया गया, यानी उन्हें पुलिस कमिश्नर के पद से हटाकर होम गार्ड का विभाग दे दिया गया हैं. इस बारे में सीधी जानकारी राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख द्वारा मीडिया को दी गयी हैं.
दरअसल परमबीर सिंह राजनेताओं के दबाव में ऐसे काम कर रहें थे, जिनका एहसास राज्य और देश की जनता को साफ़ नज़र आ रहा था. ऐसे में हद्द तो तब हो गयी जब इनका नाम मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली जेलेटिन स्टिक्स से भरी कार में भी सामने आने लगा. इसी बीच सोशल मीडिया का एक ख़ास वर्ग सोमवार (मार्च 16, 2021) को मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के समर्थन में हजारों ट्वीट करने लगे.
दरअसल NIA ने अपनी जांच में पाया है की मामला केवल काले रंग की स्कॉर्पियो कार का नहीं हैं. इसके साथ एक सफ़ेद रंग की इनोवा कार का भी सम्बन्ध सामने आ रहा हैं. लेकिन वो सफ़ेद रंग की इनोवा कार पुलिस कमिश्नर दफ्तर से ट्रेस की गयी है और उसपर मुंबई पुलिस भी लिखा हुआ हैं.
शुरूआती जाँच में पता चल रहा है की दफेद रंग की इनोवा कार से जेलेटिन स्टिक्स को कहीं से लाया गया था और फिर उन्हें काले रंग की स्कॉर्पियो में रखा गया था. स्कॉर्पियो कार की असली नंबर प्लेट सचिन वाजे की कार से बरामद हुई हैं. ऐसे में यह पूरा मामला बहुत ही ज्यादा संदिग्ध नज़र आ रहा हैं.
लेकिन क्या सचिन वाजे की यह अकेले यह काम कर सकते थे? क्या परमबीर सिंह इस पुरे कांड में शामिल हैं? ऐसे कई सवाल जरूर हैं जिनके जवाब वक़्त के साथ NIA सबूतों के साथ पेश करेगी. परन्तु यह बात बिलकुल साफ़ है की मामला राजनितिक जरूर है अगर न होता तो आधी रात को उद्धव ठाकरे, शरद पवार और परमबीर सिंह के बीच मीटिंग न होती.
आज सुबह तक ख़बरें यह भी थी की शिवसेना राज्य के गृहमंत्री का इस्तीफ़ा लेना चाहती है जो की NCP से हैं. वहीं शरद पवार चाहते थे की परमबीर सिंह को कमिश्नर पद से हटाकर मामले से पल्ला झाड़ा जाए. ऐसे में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे एनसीपी के शरद पवार की मांग के आगे झुके और दुपहर तक उन्होंने कमिश्नर परमबीर सिंह का तबादला कर उसे होम गार्ड का विभाग की जिम्मेदारी दे दी गयी.