बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar) ने भारतीय सेना पर लांछन लगाते हुए ट्वीट करके कहा है की भारतीय सेना के कैप्टेन ने 20 लाख रूपए की इनाम की राशि पाने के लिए 3 आतंकियों को कश्मीर में मार गिराया हैं. स्वरा भास्कर के इस ट्वीट के बाद वामपंथी मीडिया और इस्लामिक मीडिया दोनों ही इस ट्वीट को वायरल करने में जुट गए.
जिस वजह से अब 11 जनवरी को खुद भारतीय सेना (Indian Army) को आगे आकर बयान देना पड़ा की स्वरा भास्कर द्वारा कही बात फ़र्ज़ी हैं. आपको बता दें जम्मू कश्मीर में जुलाई 2020 में एक मुठभेड़ हुई थी. उस मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे गए थे और जम्मू-कश्मीर पुलिस (J&K Police) की तरफ से गठित विशेष दल ने अपनी जांच में इसे फर्जी एनकाउंटर बताया और इसके आरोपी कैप्टन भूपिंदर सिंह और दो अन्य नागरिकों- तबश नाजीर और बिलाल अहमद लोन को बनाया.
स्वरा भास्कर के इस ट्वीट के बाद मीडिया में खबर चलाई गयी की इनाम की राशि पाने के लिए कैप्टेन भूपिंदर सिंह (Captain Bhupinder Singh) इस फ़र्ज़ी एनकाउंटर (Fake Encounter) को अंजाम दिया हैं. जिसकी सफाई देते हुए सेना के एक अधिकारी श्रीनगर में कर्नल राजेश कालिया (Colonel Rajesh Kalia) ने मीडिया को बताया की अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए या कॉम्बैट के समय कोई सेना का अधिकारी कितने भी बड़े आतंकी को मार गिराए उसे इनाम देने की व्यवस्था है ही नहीं.
ऐसे में इनाम की राशि पाने के लिए इस एनकाउंटर को अंजाम दिया कहना गलत होगा. मीडिया बार-बार यह दावा कर रही है की जम्मू कश्मीर पुलिस ने अपनी चार्ज शीट में इस 20 लाख रूपए के इनाम की राशि का जिक्र किया हैं. जबकि मीडिया यह भी कह रही है चार्ज शीट (Charge Sheet) की कॉपी उसके पास नहीं हैं. ऐसे में भारतीय सेना कोर्ट जब पहले ही इंक्वायरी बैठा चुकी हो उस समय मीडिया और अभिनेत्री द्वारा ऐसे आरोप लगाना कहाँ तक जायज़ हैं?
“While the army initially said that the three were terrorists, later it admitted that the powers vested under the AFSPA 1990 were exceeded by its men.” 😔😔😔😔😔 #kashmir
Army officer staged Shopian encounter for ₹20L, say police | Hindustan Times https://t.co/eQMFETneje— Swara Bhasker (@ReallySwara) January 11, 2021
Media reporting Amshipora encounter driven by 20 Lakh award for killing trts.Can confidently say Indian Army has no system of cash awards ‘for its personnel’ for any acts in combat situations or otherwise ‘in the line of duty’. Malafide and not based on facts of Army SOPs
— Syed Ata Hasnain (@atahasnain53) January 11, 2021
भारतीय सेना ने कहा है की हमने भारतीय सेना कोर्ट में इस मामले की जाँच इसलिए बैठाई है क्योंकि कैप्टेन ने Armed Forces Special Powers Act (AFSPA) 1990 के तहत मिले अधिकारों का उल्लंघन किया हैं. बात रही इनाम की तो ऐसी कोई व्यवस्था है ही नहीं, यह बात सेना का प्रत्येक अधिकारी जनता है.