18 दिसंबर को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता फारूक अहमद ने अंधाधुंध गोलीबारी की थी. यह गोलीबारी तेलंगाना के आदिलाबाद शहर में की गयी जिसमें तीन लोग घायल हो गए थे. इन तीन घायलों में से एक व्यक्ति ने 26 दिसंबर को दम तोड़ दिया.
पुलिस रिपोर्ट्स की माने तो इस व्यक्ति का इलाज़ हैदराबाद में निज़ाम के आयुर्विज्ञान संस्थान (NIMS) में चल रहा था. यह व्यक्ति आदिलाबाद नगरपालिका के पूर्व पार्षद सैयद ज़मीर था जिसकी उम्र 55 वर्ष थी. क्रिकेट खेलने को लेकर हुआ मामूली झगड़ा पहले हाथापाई में बदल गया, उसके बाद तेलंगाना के आदिलाबाद जिले में ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के जिला अध्यक्ष फारूक अहमद ने दो लोगों पर सीधे गोली चला दी.
दो लोगों पर गोली चलने से मन नहीं भरा तो तीसरे व्यक्ति पर चाकू से हमला कर दिया. तीनो व्यक्तियों में से सैयद ज़मीर की हालत सबसे ज्यादा खराब हुई, उसे इलाज़ के लिए हैदराबाद भेज दिया गया लेकिन वहां पर भी उसकी मृत्यु हो गयी. अन्य दो घायल व्यक्ति सैयद मन्नान और सैयद मोहतेसिन का इलाज़ राजीव गाँधी आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS), आदिलाबाद में चल रहा हैं.
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था, ऐसे में हैदराबाद पुलिस ने आरोपी AIMIM नेता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 307 और भारतीय शस्त्र अधिनियम की धारा 27/30 के तहत एफआईआर दर्ज़ कर ली हैं. जमीर की मृत्यु होने के बाद पुलिस ने एक और धारा जोड़ते हुए 302 को भी एफआईआर में शामिल कर लिया.
सबसे पहले पुलिस ने आरोपी AIMIM नेता फारूक अहमद के हथियार का लाइसेंस रद्द किया. घटना के चंद घंटों के भीतर ही पुलिस ने आरोपी फारूक अहमद को गिरफ्तार कर उसे 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया था. सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हुआ हैं उसमें आप आरोपी को गोलीबारी करते हुए और दूसरे हाथ में चाक़ू पकडे हुए देख सकते हैं. जैसा की आप सब जानते हैं की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी हैं लेकिन फिलहाल उनकी तरफ से इस घटना को लेकर कोई बयान सामने नहीं आया.