दिल्ली में दर्ज़ हुए मामले के बाद हारून मियाँ उर्फ शाहजी बंगाली को गिरफ्तार किया गया. यह व्यक्ति दिल्ली में गृह शांति के नाम पर लोगों से पैसे हेंठ रहा था. यह व्यक्ति पंडित राहुल शास्त्री के नाम से पुजारी बनकर हिन्दुवों को अंधविश्वास का पाठ पढ़ाता और उनके डर का फायदा उठाते हुए पूजा पाठ के नाम पर पैसे निकलवा लेता था.
बताया जा रहा है की यह मेरठ के ज़ाकिर नगर के रहने वाला हैं और हारून ने खुद को गूगल व ट्रू कॉलर एप पर भी मियाँ शाहजी बंगाली नाम से ऐड कर रखा था. उत्तर प्रदेश में हारून मियाँ के खिलाफ कई हत्यायों और दंगों के तहत कई मामले दर्ज़ हैं. इसके इलावा हारुन मियाँ का बेटा आरिफ भी इसी तरह के धोखाधड़ी के धंधे में लिप्त हैं.
इस मामले का खुलास उस समय हुआ जब केशवपुरम में रहने वाली एक युवती को इस हारून मियाँ का फ़ोन आया. हारून मियाँ ने अपना नाम पंडित राहुल शास्त्री बताया और कहा की वह आपके घर की सभी परेशानियों को दूर करने में सक्षम हैं. वह महिला हारुन मियाँ की बातों में आ गयी.
घर में सुख और शांति कौन नहीं चाहता ऐसे में अगर उसमें डर का भी तड़का लगा दिया जाये तो फिर दौलतमंद इंसान से पैसे निकलवाना आसान हो जाता हैं. ऐसे में हारून मियाँ ने भी उसी लड़की से कुल 85000 रूपए पूजा पाठ के नाम पर निकलवा लिए. फिर हारुन मियाँ का लालच ख़त्म नहीं हुआ और उसने युवती को 55000 रूपए की और राशि कहते में ट्रांसफर करने को कहा.
अब युवती समझ चुकी थी की उसके साथ धोका हुआ हैं, ऐसे में लड़की ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज़ करवा दी. पेमेंट बैंक टू बैंक हुई थी इस लिए एसएचओ संजय रावत ने टीम के साथ जांच शुरू की. बैंक टू बैंक ट्रांसफर हुए पैसे और फ़ोन डिटेल्स के माध्यम से पुलिस सीधा आरोपी हारून मियाँ के घर जा पहुंची. जहां उसने हारून मियाँ समेत उसके बेटे को भी गिरफ्तार कर लिया.
अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश में हैं की यह ठगों ने आखिर कितने लोगों को चुना लगाया हैं. इससे पहले भी भारत में जितने बाबा पकडे गए हैं, उनका ब्राह्मण समाज से कोई लेना देना नहीं हैं. उदाहरण के लिए राधे माँ का असली नाम ‘सुखविंदर कौर’ हैं. लेकिन ऐसे पाखंडी बाबाओं के चलते बदनाम ब्राह्मण समाज होता हैं.