केरल वामपंथियों का गढ़ माना जाता हैं और अब इस गढ़ में भी बीजेपी अपना परचम लहराने के लिए उत्सुक नज़र आ रही हैं. इसी की एक झलक हमें केरल के कोच्चि नगर निगम चुनाव में देखने को मिली. इस चुनाव में बीजेपी की टी पद्माकुमारी ने कांग्रेस के मेयर कैंडिडेट एन वेणुगोपाल को मात्र एक वोट से हरा दिया.
बीजेपी से पहले कोच्चि नगर निगम पर कांग्रेस की अगुवाई वाली UDF का 10 सालों से मेयर पद पर काबिज़ थी. ऐसे में एन वेणुगोपाल नॉर्थ आईलैंड से चुनाव लड़ते हुए अगले मेयर बनने की तैयारी में जुटे हुए थे. लेकिन शायद किस्मत को कुछ ओर ही मंजूर था, यही कारण हैं की उनके और मेयर पद की कुर्सी के बीच का फ़ासला महज़ 1 वोट से रह गया.
ऐसा भी नहीं है की एन वेणुगोपाल नॉर्थ आईलैंड से पहली बार चुनाव लड़ रहे थे. उन्होंने 2005 ओर 2010 में भी यहां से बहुमत हासिल किया था ओर अब वह केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी में सचिव भी हैं. ऐसे में उन्होंने अपनी हार के बारे में सपने में भी नहीं सोचा होगा, यही कारण है की उन्होंने दुबारा वोटों की गिनती की मांग की हैं.
ताज़ा अपडेट की बात करें तो केरल निकाय चुनाव में इस वक़्त एलडीएफ 7 वार्ड, एनडीए को 3 वार्ड, यूडीएफ को 1 वार्ड पर जीत हासिल कर चुकी हैं. इसके साथ ही तिरुवनंतपुरम में एनडीए 13 वार्ड, LDF 21 वार्ड, UDF 4 वार्ड पर आगे चल रही है. बताया जा रहा है की केरल के तिरुवनंतपुरम में ही LDF के मेयर कैंडिडेट एस पुष्पलता, NDA कैंडिडेट से मात्र 145 वोटों से हार गई हैं.
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एन वेणुगोपाल को हराने के लिए बड़ी भूमिका लेफ्ट ने भी अदा की. लेफ्ट भले ही कोच्चि नगर निगम का चुनाव खुद न जीत पाया हो लेकिन उसने एन वेणुगोपाल के वोट काटने के लिए LDF से सी डी नंदकुमार को उतार दिया था. ऐसे में एन वेणुगोपाल को हार का सामना करना पड़ा और बीजेपी की टी पद्माकुमारी मात्र एक वोट से भले ही लेकिन जीत हासिल करने में कामयाब रही.