भारत में दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा पार्क (World’s Largest Renewable Energy Park) का शिलान्यास हो चूका हैं. यह शिलान्यास खुद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा किया गया हैं. इस दौरान उन्होंने वहां इसके बारे लोगों को जागरूक किया और किसान बिल के मुद्दे पर विपक्ष को घेरा.
किसान बिलों पर बोलते हुए नरेंद्र मोदी ने आपने भाषण में कहा की, “अगर कोई आपसे दूध लेने का कॉन्ट्रैक्ट करता है, तो क्या भैंस लेकर चला जाता है? जैसी आजादी पशुपालकों को मिल रही है, वैसी ही आजादी हम किसानों को दे रहे हैं. कई वर्ष से किसान संगठन इसकी माँग करते थे, विपक्ष आज किसानों को गुमराह कर रहा है लेकिन अपनी सरकार के वक्त ऐसी ही बातें करता था.”
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किसानों आश्वासन देते हुए कहा की, “मैं अपने किसान भाइयों से फिर कह रहा हूँ, बार-बार कह रहा हूँ कि उनकी हर समस्या के समाधान के लिए सरकार 24 घंटे तैयार है. किसानों का हित पहले दिन से सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है.”
इसके बाद उन्होंने कच्छ के विकास पर बोलते हुए कहा की, इस परियोजना का सबसे अधिक लाभ आदिवासी भाई-बहनों, यहाँ के किसानों-पशुपालकों, सामान्य जनों होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की यह परियोजना 9 करोड़ पेड़ लगाने के बराबर हैं क्योंकि इस परियोजना से वातावरण में 5 करोड़ टन कार्बन डाई ऑक्साइड रोकने में मदद मिलने जा रही हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की हम नीतियां ही नहीं बनाते बल्कि नीतियों के साथ साथ परियोजना पर काम शुरू और उसे पूरा भी करते हैं. इस परियोजना की मदद से 1 लाख रोज़गार उत्पन्न होने जा रहा हैं, जो कच्छ के युवाओं के जीवन में नया सवेरा लेकर आएगा.
आपको बता दें इस परियोजना में अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, सर्जन रियलिटीज लिमिटेड, एनटीपीसी लिमिटेड, गुजरात स्टेट इलेक्ट्रिसिटी कॉर्पोरेशन और गुजरात इंडस्ट्रीज पावर कंपनी लिमिटेड जैसी कंपनियां काम करने जा रही हैं. इसलिए इन्हें सरकार जमीन भी आवंटित कर चुकी हैं और इस पूरी परियोजना को सितंबर 2020 में मंजूरी मिली थी.