ग्रेटर हैदराबाद जो की ओवैसी और लेफ्ट पार्टियों का गढ़ माना जाता रहा है, उसमें बीजेपी ने सेंध लगा दी हैं. इस वजह से ओवैसी और लेफ्ट पार्टियों को इस बात का डर सताने लगा है की बीजेपी हैदराबाद के विधानसभा चुनाव में कैसा प्रदर्शन करेगी. नगर निगम चुनाव में बीजेपी को जिस तरह से बढ़त मिली हैं, उससे बीजेपी के लिए विधानसभा जीत का रास्ता खुल गया हैं.
इसी को लेकर AIMIM चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मीडिया को बयान देते हुए कहा की, “टीडीपी, पीआरपी, लोकसत्ता, वामदल और अन्य पार्टियों का तेलंगाना में राजनीतिक स्थान खत्म हो चुका है और इसे भाजपा फिल ने किया है. अगर भगवा दल की कामयाबी के बाद कोई इतना बोलेगा कि आसमान से झोली में तारे गिर रहे हैं, मैं ऐसा नहीं कुछ नहीं मानता. GHMC और तेलंगाना मैन लैंड दोनों अलग-अलग हैं.”
तेलंगाना में नए मुख्यमंत्री को लेकर ओवैसी ने कहा की हर पार्टी चुनाव से पहले यही कहेगी की हमारा नेता मुख्यमंत्री बनेगा. मुख्यमंत्री की गद्दी पर कौन बैठेगा यह जनता चुनावों में तय करेगी. भगवा पार्टी ने बहुत ही ज्यादा नकरात्मक तरीके से चुनाव प्रचार किया था, उनका यह झूठ ज्यादा दिन नहीं चलेगा.
ओवैसी ने कहा की हमने अपनी पार्टी के 51 उम्मीदवारों को चुनाव में खड़ा किया था और हमारे 44 उम्मीदवारों ने जीत दर्ज़ की हैं. ऐसे में सबसे अच्छा प्रदर्शन हमारा रहा हैं, भले ही संख्या में हम तीसरे स्थान पर रहे हो. ओवैसी ने कहा की हमने सेकुलरिज्म का ध्यान रखते हुए अपनी पार्टी से पांच हिन्दू उम्मीदवारों को भी टिकट दिया था, जिसमें से तीन हिन्दू उम्मीदवारों ने भी जीत हासिल की.
आपको बता दें की हैदराबाद नगर निगम चुनाव में केसीआर की पार्टी टीआरएस को 56 सीट हासिल हुई हैं, दूसरे नंबर पर बीजेपी रही जिसे 48 सीटें प्राप्त हुई, तीसरे नंबर पर ओवैसी की पार्टी जिसे 44 सीटें प्राप्त हुई और चौथे नंबर पर आज़ाद भारत में सबसे ज्यादा मुस्लिम तुष्टिकरण करने वाली पार्टी कांग्रेस को मात्र दो सीटें जीतकर ही संतोष करना पड़ा.