बंगाल में भाजपा के उपाध्यक्ष व बैरकपुर से सांसद अर्जुन सिंह के बयान ने पश्चमी बंगाल की राजनीती में तहलका मचा दिया हैं. दरअसल 2021 में पश्चमी बंगाल में चुनाव होने वाले हैं और चुनाव से पहले ही TMC नेताओं की नाराज़गी मीडिया की सुर्ख़ियों का हिस्सा बनने लगी हैं.
अब अर्जुन सिंह ने दावा करते हुए कहा है की, TMC के पांच सांसद किसी भी समय बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. जैसा की आप जानते होंगे पश्चमी बंगाल के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए पार्टी के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.
आपको बता दें वह पश्चमी बंगाल में परिवहन मंत्री थे और बात करें तृणमूल कांग्रेस के अन्य नेताओं की तो वो इस बात से इंकार कर रहें हैं की शुभेंदु अधिकारी ममता की पार्टी को छोड़कर बीजेपी में शामिल होंगे. हालाँकि वह ममता सरकार में मंत्री पद पर रहते हुए भी पार्टी के खिलाफ अपने बाग़ी तेवर दिखाते रहे हैं.
इसी सन्दर्भ में बैरकपुर से बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने मीडिया को बयान देते हुए कहा है की, “अगर शुभेंदु अधिकारी बीजेपी में शामिल होते हैं तो बंगाल की सरकार चुनाव से पहले ही गिर जाएगी. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि शुभेंदु अधिकारी के पार्टी छोड़ने के बाद कई और नेता भी सरकार से अपना हाथ पीछे खींच लेंगे.”
अभी अर्जुन सिंह के बयान ने मीडिया में इतनी सुर्खियां बटौरी भी नहीं थी की बीजेपी महासचिव और पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया को एक और बयान देते हुए कहा की, “जनवरी से शायद सीएए के तहत शरणार्थियों को नागरिकता देने की प्रक्रिया भाजपा सरकार द्वारा शुरू की जाएगी.”
ऐसे में यह तो साफ़ है की अगर CAA की प्रक्रिया शुरू हुई तो जल्द ही NRC की भी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. पश्चमी बंगाल और नार्थ ईस्ट के अन्य राज्य NRC के पक्ष में हैं. फिर भले ही राजनितिक पार्टियां मुस्लिम तुष्टिकरण के चलते NRC और CAA को संविधान विरोधी बताएं. लेकिन जो आम जनता बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के आतंक से वाकिफ हैं, उन्हें पता हैं की प्रदेश में CAA और NRC का लागु होना कितना जरूरी हैं.