कुछ दिन पहले आपने सुना होगा की नगरोटा टोल प्लाजा में सेना ने 4 आतंकियों को मार गिराया हैं. यह चारो आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के थे और पाकिस्तान में बैठे अपने हैंडलर से लगातार संपर्क बनाये हुए थे. इसका खुलासा सेना को मिले एक डिजिटल मोबाइल रेडियो सेट से प्राप्त हुआ.
पाकिस्तान में निर्मित इस डिजिटल मोबाइल में आतंकियों और हैंडलर के बीच हो रही बातचीत के कुछ मैसेज भी भारतीय सेना को प्राप्त हुए हैं. चैट हिस्ट्री से पता चला है की रात के लगभग 2 बजे पाकिस्तान में बैठा हैंडलर आतंकियों से पूछ रहा था की, ‘पहुंच गए?’, ‘कोई परेशानी तो नहीं आई?’
सेना की माने तो यह मैसेज कोई और नहीं बल्कि खुद मसूद अजहर के भाई रऊफ अजहर भेज रहा था. आतंकियों मंसूबे जो भी रहें हों उसको कमांड रऊफ अजहर ही कर रहा था. रऊफ अजहर इस वक़्त पाकिस्तान में ही हैं और एक हफ्ते पहले उसे जम्मू के कठुआ जिले के सामने पाकिस्तान के शक्करगढ़ पोस्ट इलाके में देखा गया था.
सेना ने जब इन चार आतंकियों को मार गिराया तो इनके पास से AK सीरिज की 11 राइफलों समेत चीन में बने हुए 30 हैंड ग्रेनेड, रॉकेट लॉन्चर से दागे जाने वाले 6 ग्रेनेड, 3 पिस्टल, 2 आईईडी रिमोट, 2 कटर, दवाई, कंबल, सूखे मेवे और अर्धनिर्मित विस्फोटक बरामद हुए. ऐसे में आप सोच सकते थे की यह आतंकी कितने बड़े हमले की तैयारी के साथ भारत में प्रवेश हुए थे.
आपको बता दें की यह चारो आतंकी जम्मू के सांबा बॉर्डर से भारत में घुसे थे, उन्होंने चावलों के एक ट्रक में छुपते हुए कश्मीर जाने की कोशिश में थे. कश्मीर में वह पहुँच कर कत्लेआम मचाते इससे पहले ही भारतीय सेना ने उन्हें नर्क पहुंचा दिया. हालाँकि हैरानी की बात यह रही की चावलों के भरे इस ट्रक ने गुरुवार सुबह 4.45 बजे नगरोटा बन टोल पहुँचने से पहले कई टोल प्लाजा पार किये थे.
जम्मू-कश्मीर पुलिस का स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) के साथ CRPF और सेना की चेक पोस्ट पर कड़ी चेकिंग चल रही थी. सेना में ट्रक ड्राइवर को निचे आने को कहा ट्रक ड्राइवर घबराया हुआ था और उसने निचे उतर कर भागने की कोशिश की. ऐसे में सेना ने बिना देरी के ट्रक को चारों तरफ से घेर लिया.
उसके बाद आतंकियों ने एक ग्रेनेड ट्रक से बाहर फेंका और गोलीबारी शुरू हो गयी एक तरफ सारे आतंकी मारे गए और दूसरी तरफ SOG के 4 जवान घायल हो गए. ढाई घंटे तक दोनों ओर से चली फायरिंग में ट्रक में आग लग गयी, आतंकी बाहर नहीं निकल पाए और सभी जलकर मर गए.