New Parliament: जैसा की आप सब जानते हैं भारत का संसद भवन बेहद पुराना हो चूका हैं. संसद के अंदर सांसदों के लिए बैठने की कमी होने के चलते जरूरत से बावजूद सांसदों की सीटें नहीं बढ़ाई जा रही. आपको शायद याद होगा की राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने कहा था की भारत की आबादी के हिसाब से यहां 1000 सांसदों की आवश्यकता हैं.
भविष्य में हो सकता है आपको भारतीय सांसदों की सीटों की संख्या में यह आंकड़ा बढ़ता हुआ देखने को मिले इसलिए बिल्डिंग पुराणी थी और इसमें बैठने के लिए सीटों की कमी थी तो अब नए संसद भवन का काम शुरू हो चूका हैं. इस प्रोजेक्ट को टाटा कंपनी द्वारा बनाया जा रहा हैं.
सरकार का लक्ष्य है की नया संसद भवन (New Parliament) अक्टूबर 2020 से पहले बनकर तैयार हो जाना चाहिए, इसके लिए टाटा कंपनी ज्यादा से ज्यादा मैन पावर के साथ इस काम को पूरा करने में जुटी हुई हैं. बताया जा रहा है की नए संसद भवन में पब्लिक गैलरी, 6 मुख्य द्वार और 120 ऑफिस बनाये जायेंगे.
भविष्य में सांसदों की संख्या बढ़ाने को ध्यान में रखते हुए नए संसद भवन (New Parliament) के लोकसभा हॉल में 1272 सीटें और राज्यसभा हॉल में 629 सीटों की व्यवस्था होगी. संसद भवन में जो सीटें उपलब्ध होंगी वह बेहद आधुनिक तरीके से तैयार की जाएँगी. जिससे संसद में वोटिंग और बाकी का सारा काम डिजिटल तरीके से होगा.
संसद भवन के निर्माण में कई पेड़ अड़चन पैदा कर सकते थे और यह अर्चन सिर्फ पेड़ ही नहीं बल्कि पर्यावरण प्रेमी भी कर सकते थे. इसलिए सबसे पहले इन पेड़ों को सही जड़ों के साथ एक जगह से उठाकर दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा हैं. यह नया संसद भवन वर्तमान परिसर में ही प्लॉट संख्या 118 पर तैयार हो रहा हैं. पुराने संसद भवन को तोड़ने की बजाए उसे म्युसियम में तब्दील कर दिया जायेगा, जिसे आम लोग देख सकेंगे और इसके लिए शायद कुछ एंट्री फीस भी वसूली जाएगी.