17 नवंबर यानी मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता इंद्रेश कुमार ने पाकिस्तानी सरकार को जल्द ही पाकिस्तान के कब्ज़े वाला कश्मीर, गिलगित और बाल्टिस्तान खाली करने की सलाह दे डाली. उन्होंने कहा की भारत को अब जम्मू कश्मीर के अलग झंडे और संविधान से छुटकारा मिल चूका हैं.
इसलिए यह अब पूरी तरह से भारत का हिस्सा बन चूका है, जिसमे भारत का संविधान और झंडा मान्य हैं. उन्होंने कहा की मैं देशवासियों को आश्वासन देता हूँ की, अब पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर, गिलगित और बाल्टिस्तान को खाली करवाने की एक साथ आवाज़ उठाई जाएगी. उन्होंने कहा की पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर, गिलगित और बाल्टिस्तान यह तीनो भारत के जम्मू कश्मीर का हिस्सा रहे हैं. इसलिए पाकिस्तान को अब इन्हे खाली कर भारत को सौंप देना चाहिए.
इंद्रेश कुमार ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती पर भी निशाना साधा. इंद्रेश ने कहा की जम्मू कश्मीर अब भारत का अभिन्न अंग हैं, अगर किसी नेता को इससे तकलीफ है तो वह अपना बोरिया बिस्तर गोल करके जहां जाना चाहे जा सकते हैं. गौरतलब है की इन नेताओं ने गुपकार नाम के एक गैंग की स्थापना की हैं जिसमें भारत की राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस भी हिस्सा बन गयी हैं.
इस गुपकार गैंग के घोषणा पत्र में लिखा है की, इनका उद्देश्य जम्मू कश्मीर को उसका विशेष दर्ज़ा वापिस दिलवाना हैं. फिर इसके लिए चाहे उसे पाकिस्तान या फिर चीन की मदद ही क्यों न लेनी पड़े. ऐसे में जब कांग्रेस पार्टी इस गुपकार गैंग में शामिल होती है तो इसका मतलब साफ़ हो जाता है की अगर भारत में दुबारा कांग्रेस और उसके साथी दलों की सरकार बनी तो यह सब मिलकर जम्मू कश्मीर के विशेष राज्य का दर्ज़ा वापिस कर देंगे.
गुपकार गैंग और उसके सदस्यों का घोषणा पत्र साफ़ दर्शाता हैं की यह भारत की संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ हैं और भारत को विघटित करने का उद्देश्य रखते हैं. ऐसे में इन्हें वोट देने वाला देशभक्त होगा या देशद्रोही इसका फैसला आप खुद कर सकते हैं, हालाँकि ऐसी सोच वाली पार्टियों को चुनाव लड़ने दिया जाना ही लोकतंत्र को खतरे में डालने के बराबर हैं.